अदालत परिसर में खड़े वाहन बन रहे हैं परेशानी का सबब, आवागमन में हो रही परेशानी
कोटा न्यूज़: अदालत परिसर में दुपहिया व चौपहिया खडेÞ वाहन पर परेशानी का सबब बनते जा रह हैं। इन वाहनों के खड़े होने से आम जन, पक्षकारों, वकीलों तथा न्यायिक अधिकारियों व न्यायिक कर्मचारियों को आवागमन करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई बार वाहनों से टकराने से घायल भी हो रहा हैं। वाहनोें के अपने यथा स्थान खड़ें नहीं किए जाने से आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कोर्ट परिसर में गेट नं.1 से एडीजे 2 तथा पुराने सुलभ कॉप्लेक्स से लेकर डीजे कोर्ट के सामने वाहनों की लंबी कतारें लग रही हैं। जिससे न्यायिक अधिकारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अदालत परिसर में वकील, पक्षकार, न्यायिक अधिकारी व तारीख पेशी पर आने वाले लोग स्टैंड पर वाहन को खड़ा करने के स्थान पर कोर्ट परिसर में जहां भी जगह खाली दिखाई देते ही वहीं तिरछे आड़े खड़े कर देते हैं।
गेट नंबर एक खुला होने से अंदर आते हैं वाहन: जानकारी के अनुसार अदालत परिसर में वर्तमान में दो करोड़ की लागत से निर्माण कार्य चल रहा है। जिसके चलते गेट नंंबर-1 खुला रहता है। गेट को केवल निर्माण कार्य के दौरान सामान लाने -ले जाने के लिए ही खुला गया है, लेकिन गेट खुला होने के कारण वकील, पक्षकार तथा न्यायिक कर्मचारी और पेशी पर आने वाले लोग, पुलिस कर्मी वाहनों के लेकर अंदर आ जाते हैं,जिससे परिसर में वाहनोें की लंबी कतारें लग रही हैं। जिससे आवागमन में परेशानी तो होती ही है, लेकिन कई बार वाहनों के कारण कोर्ट में जाने के लिए जगह तक नहीं मिल रही है। एक तरफ कोर्ट में चल रहे निर्माण कार्य के कारण जगह कम है तथा दूसरी तरफ वाहनों के खड़े होने से तिल भर जगह नहीं बच रही है। जबकि पूर्व अभिभाषक परिषद के अध्यक्ष मनोज कुमार पुरी ने वर्ष 2019 में वकीलों की असुविधा को देखते हुए कोर्ट परिसर के पास ही निजी स्कूल में पार्किग की व्यवस्था की तथा गेटों को बंद करा दिया था। इसके अलावा गेट नंबर तीन के सामने भी वाहनों को पार्किंग व्यवस्था की गई थी। इसके बावजूद कोर्ट में वाहनों को खड़ा किया जा रहा है।
गेट नं. 1 बंद कराने की करेंगे व्यवस्था: कोर्ट परिसर में निर्माण कार्य चलने के कारण गेट नंबर एक को खोला गया है। गेट खुला होने से वकील, पक्षकार तथा अन्य लोग वाहन खड़े करते हैं। अब सोमवार से गेट को बंद कराने की व्यवस्था की जाएगी। परिसर में वाहनों के खड़े होने तथा गंदगी से परेशानी हो रही है।
- प्रमोद कुमार शर्मा, अध्यक्ष अभिभाषक परिषद
इनका कहना है: पार्किंग के लिए जनवरी 2019 में सेंट जोन स्कूल के खाली मैदान में की गई थी। इसके लिए कोर्ट से स्टे भी लिया गया है। इसके साथ ही कोर्ट के सभी गेटों को बंद कर दिया गया था और वाहनों को निर्धारित पार्किंग स्टैंड पर खड़ा कराया जा रहा था। वर्तमान में अभिभाषक परिषद की और से सख्ती नहीं किए जाने से वाहन खड़े हो रहे हैं तथा निर्माण कार्य के दौरान केवल संबंधित वाहनों को ही इजाजत होनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। वाहनों के उल्टी सीधे खड़े होने से आवागमन में परेशानी हो रही है। जब वकील ही परेशानी स्वयं पैदा कर रहे हैं तो क्या किया जा सकता है। इस मामले में सख्ती किए जाने तथा गाइड लाइन की भी सख्त पालना परिषद को करानी चाहिए।
- मनोजपुरी, पूर्व अध्यक्ष अभिभाषक परिषद
जब तक निर्माण कार्य चल रहा है तो भी परिषद को वाहनों को सख्ती से निर्धारित पार्किंग में ही वाहनों को खड़ा करवाना चाहिए। इसके लिए अभिभाषक परिषद ही जिम्मेदार है।
-लोकेश कुमार सैनी, एडवोकेट