VDO और बिजली विभाग का टेक्निशियन रंगे हाथ रिश्वत लेते गिरफ्तार
भीलवाड़ा: राजस्थान में भ्रष्ट सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है. लोकसभा चुनाव के मतदान के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम प्रदेश के अलग-अलग जिलों में ट्रैप ऑपरेशन करते हुए भ्रष्ट अधिकारियों को गिरफ्तार कर रही है. इसी कड़ी में एसीबी ने गुरुवार को राजस्थान के दो अलग-अलग जिलों से दो अधिकारियों को गिरफ्तार किया है. भीलवाड़ा में हुई बड़ी कार्रवाई. जहां ग्राम विकास अधिकारी को डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया. जबकि दूसरी कार्रवाई टोंक एसीबी टीम ने केकड़ी जिले में की. यहां बिजली विभाग का असिस्टेंट टेक्नीशियन 4 हजार रुपये रिश्वत लेते पकड़ा गया.
वीडीओ पट्टा जारी करने के लिए रिश्वत ले रहा था
भीलवाड़ा में राजसमंद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने ग्राम विकास अधिकारी को 15 लाख रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है. एडिशनल एसपी हिम्मत सिंह चारण ने बताया कि भीलवाड़ा जिले के गंगापुर क्षेत्र के नेगरिया खेड़ा ग्राम विकास अधिकारी रामलाल माली जब गंगापुर क्षेत्र की सातलियास ग्राम पंचायत में कार्यरत थे तो उन्होंने पट्टा जारी करने की एवज में रिश्वत की मांग की. जहां भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त महानिदेशक हेमन्त प्रियदर्शिनी के निर्देश पर आज राजसमंद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने ग्राम विकास अधिकारी रामलाल माली को 1 लाख 50 हजार रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.
रिश्वत लेने वाले अधिकारी के घर और परिसर में तलाशी जारी है
एसीबी के एडिशनल एसपी हिम्मत सिंह चारण ने बताया कि परिवादी की शिकायत पर ग्राम विकास अधिकारी ने डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी, परिवादी को मुद्रा सहित ग्राम विकास अधिकारी के पास भेजा गया. जहां ग्राम विकास अधिकारी को 1 लाख 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है, जहां एसीबी ने रिश्वतखोरी का मामला दर्ज कर ग्राम विकास अधिकारी के आवास और अन्य ठिकानों की भी तलाशी शुरू कर दी है.
केकड़ी में बिजली विभाग का तकनीशियन रिश्वत लेते गिरफ्तार
भीलवाड़ा के अलावा टोंक में भी गुरुवार को एसीबी ने बिजली विभाग के एक सहायक तकनीशियन को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. प्राप्त जानकारी के अनुसार टोंक एसीबी टीम ने टोडाराय सिंह में ट्रैप कार्रवाई को अंजाम दिया. यहां बिजली कनेक्शन के नाम पर 8 हजार रुपए की रिश्वत मांगी गई। इसी मामले में जेवीएनएल के सहायक टेक्नीशियन उपेन्द्र कुमार को 4 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया. टेक्नीशियन उपेन्द्र कुमार केकड़ी जिले के टोडारायसिंह में तैनात है. उसने घरेलू कनेक्शन जारी करने की एवज में रिश्वत की मांग की थी।