राजस्थान

ऑर्डर पर चुराते थे लग्जरी एसयूवी, 11 गाड़ियां बरामद

Admin4
17 Dec 2022 5:03 PM GMT
ऑर्डर पर चुराते थे लग्जरी एसयूवी, 11 गाड़ियां बरामद
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जोधपुर। जोधपुर पुलिस आयुक्तालय की विशेष टीम ने वाहन चोरों के एक गिरोह का पर्दाफाश किया है जो आदेश पर वाहन चोरी करते थे। गिरोह ने पुलिस कमिश्नरेट क्षेत्र से दो करोड़ रुपये कीमत की लग्जरी गाडिय़ों और मोटरसाइकिल समेत 27 वाहनों की चोरी की थी, जिन्हें पुलिस ने बरामद कर लिया है। गिरोह के सदस्य इन वाहनों को बजरी माफिया समेत तस्करों और आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को बेच देते थे। इनका इस्तेमाल आपराधिक घटनाओं में किया जाता था। पुलिस ने हर कड़ी को जोड़ते हुए घटना के मास्टरमाइंड समेत 3 को गिरफ्तार किया है।
डीसीपी ईस्ट अमृता धवन ने जानकारी देते हुए बताया कि शहर में एसयूवी वाहनों की चोरी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इस बाबत पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ के निर्देशन में एडीसीपी नाजिम अली, एसीपी डेरावर सिंह सोढा एयरपोर्ट थानाधिकारी कैलाश कुमार विश्नोई के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम ने जानकारी जुटाई तो बाड़मेर जिले के बायतू थाना क्षेत्र के शातिर वाहन चोर गिरोह का पता चला, जिसमें तीन मोस्ट वांटेड अपराधी श्रवण देवासी, मोहनलाल उर्फ मुन्ना व अशोक गोदारा उर्फ आसू की पहचान हुई। पुलिस ने आरोपी की तलाश में सिरोही, बाड़मेर, जैसलमेर, दिल्ली और गुजरात राज्य पुलिस के साथ समन्वय किया। टीम ने पुलिस की मदद से बाड़मेर बालोतरा सांचौर गुजरात में 2500 किलोमीटर तक लगातार 15 दिनों तक पीछा करने के बाद उन्हें दबोच लिया।
इनके कब्जे से जोधपुर शहर बाड़मेर जैसलमेर गुजरात से चार स्कॉर्पियो, दो बोलेरो कैंपर, 1 ब्रेजा, 1 हुंडई आई20, 1 मारुति ईको कार, 1 केटीएम मोटरसाइकिल, 1 बजाज प्लेटिना मोटरसाइकिल चोरी हो गई। इसकी पूछताछ में चोरी व अन्य वारदातों का भी खुलासा हो सकता है। लग्जरी कारों को चुराने के लिए बदमाश एक खास डिवाइस का इस्तेमाल करते थे। जिसकी मदद से कार चोरी हो गई। इसके लिए सबसे पहले कार के पिछले शीशे को तोड़कर कार के अंदर लगे हैंडल के पास लगे तार से इस डिवाइस को कनेक्ट करते थे। इसके बाद ये कार के सिस्टम को हैक कर चंद सेकंड में आसानी से कार चुरा लेते थे। इसके बाद चोरी की लग्जरी गाडिय़ों को तस्करों को सस्ते दामों में बेच दिया जाता था। गिरफ्तार शातिर श्रवण देवासी लग्जरी वाहन चोरी करने में माहिर है, वह हाईटेक सॉफ्टवेयर डिवाइस से 1 से 5 मिनट में बिना चाबी के स्कॉर्पियो चुरा लेता था। इसके बाद कुछ दिन वाहनों को अपने पास रखने के बाद बदमाशों को बेच देता था। इनके चोरी हुए कई स्कॉर्पियो डोडा तस्करी में भी पकड़े गए हैं।
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