राजस्थान

आरयू सिंडीकेट की बैठक में हुआ जमकर हंगामा, इतिहास में पहली बार पुलिस बैरिकेडिंग में हुई मीटिंग

Admin Delhi 1
27 Dec 2022 12:44 PM GMT
आरयू सिंडीकेट की बैठक में हुआ जमकर हंगामा, इतिहास में पहली बार पुलिस बैरिकेडिंग में हुई मीटिंग
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जयपुर: राजस्थान यूनिवर्सिटी में सिंडीकेट बैठक के दौरान छात्रों, कर्मचारियों और शिक्षकों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान पुलिस से कई बार झड़प हुई, तो पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया। यूनिवर्सिटी के इतिहास में पहली बार पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर कुलपति सचिवालय में सिंडीकेट सदस्यों के अलावा किसी और को आने-जाने से रोक दिया। इसका यूनिवर्सिटी प्रशासन और सभी छात्र संगठनों ने विरोध किया। कर्मचारी संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि उन्हें सिंडीकेट सदस्यों को अपनी तकलीफों से अवगत कराना है, लेकिन पुलिस कुलपति सचिवालय में जाने से रोक रही है। इस पर यूनिवर्सिटी में काफी देर तक हंगामा होता रहा। हंगामा बढ़ता देख यूनिवर्सिटी के वरिष्ठ अधिकारियों ने सभी शिष्टमंडल के 2-2 सदस्यों को कुलपति सचिवालय में आने की अनुमति दी। सिंडीकेट सदस्य गोपाल मीणा जब बैठक में भाग लेने के लिए आए तो युवा छात्र नेताओं ने उनकी गाड़ी का घेराव करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने बलपूर्वक छात्रों को हटाते हुए मीणा की गाड़ी को कुलपति सचिवालय तक पहुंचाया। इसके बाद किशनपोल विधायक अमीन कागजी आए, तो उन्हें भी विद्यार्थियों के विरोध का सामना करना पड़ा। सभी ने एक स्वर में यूनिवर्सिटी प्रशासन पर तानाशाही के आरोप लगाए। कागजी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यूनिवर्सिटी में छात्र पढ़ाई करने के लिए आते हैं। यह शिक्षा का मंदिर है, जहां पर किसी भी तरह की राजनीति स्वीकार नहीं की जाएगी। अगर किसी को अपनी बात रखनी है तो वह शांति से सिंडीकेट सदस्यों को बता सकता है।

रजिस्ट्रार बिना तैयारी के बैठक में आई: जमवारामगढ़ विधायक और सिंडीकेट सदस्य गोपाल मीणा ने कहा कि सिंडीकेट मीटिंग में कुछ एजेंडों पर चर्चा हुई। बचे हुए एजेंडों पर 19 जनवरी को चर्चा होगी। मीणा ने बताया रजिस्ट्रार नीलिमा तक्षक पूरी तैयारी के साथ बैठक में नहीं आई थी। मीणा ने बताया भाभा हॉस्टल में रहने वाले विद्यार्थियों के आरोपों को सही मानते हुए असिस्टेंट वार्डन को हटा दिया है। अगले एक-दो दिन में नए असिस्टेंट वार्डन की नियुक्ति कर दी जाएगी। वहीं 6 रिसर्च एसोसिएट को प्रोफेसेर बनाया है। ये सभी छह प्रोफेसर 272 प्रोफेसर के समकक्ष रहेंगे। इन 6 प्रोफेसर की फाइल को यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार नीलिमा तक्षक ने फाइनेंस विभाग में जाने की बात कही, जबकि यह फाइल विभाग में गई ही नहीं। इससे रजिस्ट्रार नीलिमा को फटकार का सामना करना पड़ा। साथ ही सिंडीकेट सदस्यों ने नीलिमा को कहा कि आगे से मीटिंग में पूरी तैयारी के साथ आए, नहीं तो बैठक में आने की कोई जरूरत नहीं है। इसी के साथ ही पीएचडी के मुद्दे पर मीणा ने कहा कि विद्यार्थियों के विरोध को देखते हुए पुराना पैटर्न फिर से लागू कर दिया गया है, जिससे विद्यार्थियों को राहत मिलेगी।

शिक्षकों व छात्रों का धरना जारी: विवि के कुलपति सचिवालय के सामने शिक्षक अशोक सिंह, सुरेंद्र सिंह चौहान, नरेश मालिक अपनी मांगों को लेकर विरोध कर रहे तो भाभा हॉस्टल के छात्र असिस्टेंट वार्डन को हटाने की मांग को लेकर अभी धरने पर बैठे हुए हैं। वहीं विश्वविद्यालय में मंगलवार को सीनेट की बैठक होगी।

आरयू सिंडीकेट ने दीक्षांत समारोह की डिग्रियों के लिए पब्लिकेशन आॅफ रिजल्ट जारी कर दिया है। साथ ही शिक्षकों की पुरानी सर्विस का लाभ देने के प्रस्ताव पास को भी मंजूरी मिल गई है। बैठक में पीएचडी का साक्षात्कार खत्म करने का, एमफिल के विद्यार्थियों को सीधे पीएचडी में दाखिले सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई और अभी फैसला बाकि है।

- प्रो. राम लखन मीणा, सिंडीकेट सदस्य, आरयू

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