राजस्थान

अज्ञात बदमाशों ने हाथ-पैर बांधकर संत की हत्या

Admin Delhi 1
15 Aug 2023 7:07 AM GMT
अज्ञात बदमाशों ने हाथ-पैर बांधकर संत की हत्या
x
संत को किया समाधिस्थ

कुचामनसिटी: समीप ग्राम रसाल में रविवार-सोमवार रात अज्ञात बदमाशों ने हरिराम बाबा की बगीची के संत मोहनराम की हत्या कर दी। सूचना पर डीडवाना-कुचामन एसपी प्रवीण नायक नूनानवत मौके पर पहुंचे। नूनावत ने थानाधिकारी सुरेश चौधरी से घटना की जानकारी ली। उन्होंने गांव के रास्ते देखे तथा बगीची का अवलोकन किया। वहीं नागौर से एफ.एस.एल. एवं डॉग स्कवायड टीम पहुंची। एफएसएल टीम ने मौके से सेम्पल लिए। दूसरी ओर डॉग स्वकायड्स का सहारा भी लिया गया।

इस सम्बन्ध में मृतक के पुत्र नाथूराम बावरी निवासी रसाल ने मुकदमा दर्ज कराया है कि उसके पिताजी मोहनराम रसाल में हरीराम बाबा की बगीची में पिछले 15 वर्षों से रहकर बगीची में हरिराम बाबा की सेवा का काम करते हैं। सोमवार सुबह 7 बजे बगीची के पास गौशाला में काम करने वाले राजूराम बावरी ने उनके घर पर आकर बताया कि बगीची में मन्दिर के अन्दर तुम्हारे पिता लहूलुहान हालात में हार-पैर बंधे हुए मृत अवस्था में पड़े है। फिर वह एवं उसका पुत्र राजेन्द्र बगीची में तुरन्त गए एवं जाकर देखा तो उनके पिताजी के हाथ-पैर बंधे हुए, मुंह-आंख पर कपड़े बंधे हुए खून से लथपथ हालत में मरे हुए पड़े थे। थोड़ी देर में गांव के काफी लोग मौके पर इकट्ठे हो गए। पुलिस को सूचना दी, तब पुलिस मौके पर आ गई। उसके पिता की मारपीट एवं गम्भीर रूप से बांधकर हत्या की गई है। उसके पिता का जस्सुसिंह रसाल वाले से पहले से मुकदमा चल रहा था। जस्सुसिंह रसाल वाला उनके परिवार एवं मेरे पिताजी से रंजिश रखता था। प्रार्थी को पूरा शक है कि जस्सुसिंह रसाल ने अन्य लोगों से मिलकर उसके पिता की हत्या की है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। थानाधिकारी सुरेश चौधरी मामले की जांच कर रहे है।

निमर्मता की हदें पार: हत्यारों ने निर्ममता की हदें पार कर दी। उन्होंने संत मोहनदास महाराज की हत्या से पूर्व आंखे बांध दी। पैर एवं हाथ दो-दो जगहों से बांध दिए। हत्यारों ने संत के पीठ पर वार किए। मौके पर लहू बिखरा होने से यह भी निश्चित है कि संत के किसी नुकीले हथियार से वार किए गए है।

संत को किया समाधिस्थ: मृतक संत का पोस्टमार्टम कर उनका शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया। दिवंगत संत की गांव में वैकुण्डी निकाली गई। हजारों की संख्या में ग्रामीण वैकुण्ठी में शामिल हुए। उन्हें बगीची में ही समाधिस्थ किया गया।

इनका कहना है: मामले की जांच की जा रही है। संत की हत्या का मामला अत्यन्त गम्भीर है। पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच कर रही है।

Next Story