राजस्थान

सीएम अशोक गहलोत के पास आया केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का फोन, जानिए क्या है दिलचस्प वाक्या

Nilmani Pal
11 Nov 2021 3:02 PM GMT
सीएम अशोक गहलोत के पास आया केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का फोन, जानिए क्या है दिलचस्प वाक्या
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फाइल फोटो 

राजस्थान में मंत्रिमंडल के विस्तार की चर्चा के बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दो दिवसीय दिल्ली दौरे पर थे, इन दो दिनों में अशोक गहलोत ने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से भी मुलाकात की. सोनिया गांधी से मुलाक़ात के बाद मीडिया से बात करते हुए अशोक गहलोत ने कहा की पेट्रोल डीजल घरेलू गैस के दाम लगातार बढ़ रहे हैं ये चिंताजनक है और हमने इसकी जानकारी अपने अध्यक्ष को दी. साथ ही ये भी बताया की हमारी सरकार में पहले ही पेट्रोल डीजल के दाम में कमी करके लोगों को राहत दी थी.

बता दें कि केंद्र सरकार ने पेट्रोल डीजल की एक्साइज ड्यूटी कम की थी और उसके बाद कई राज्य सरकारों ने भी वैट में कमी करने का ऐलान किया था. कांग्रेस शासित राज्यों में से पंजाब सरकार ने भी वैट की दर में काम की थी. वहीं राजस्थान में वैट दर कम नही करने को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विपक्ष के निशाने पर हैं. वैट दर कम करने के लिए विपक्ष को तरफ से लगातार मांग की जा रही है, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने भी इस बाबत कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी भी लिखी थी.

दिलचस्प वाकया है कि मीडिया से बात करते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहा की देश के गृह मंत्री अमित शाह का भी उन्हें फोन आया था और उन्होंने ने पेट्रोल डीजल की वैट दर में कमी करनी सलाह दी थी. साथ ही कैबिनेट सचिव ने प्रदेश के मुख्य सचिव से भी दर कम करने की बात की. हालांकि अशोक गहलोत ने इस बात के संकेत दिए की वैट दर में कमी करने को लेकर विचार किया जा रहा है.

बता दें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने मंगलवार को इस बारे में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा. इसमें उन्होंने राजस्थान में पेट्रोल-डीजल पर वैट की दर कम करने के लिये मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को निर्देश देने का आग्रह किया था. पत्र में उन्होंने कहा कि राजस्थान के कई जिलों से उन अन्य राज्यों की सीमा लगती है जहां वैट की दर राजस्थान से काफी कम है. राज्य की सीमा से सटे सभी राज्यों में ईंधन 15 से 22 रुपये सस्ता है. इसमें कहा गया कि माफिया अन्य राज्यों से पेट्रोल-डीजल लाकर प्रदेश में बेच रहे हैं, जिससे राज्य सरकार को राजस्व का भी नुकसान हो रहा है. राज्य में पेट्रोलियम पदार्थों की तस्करी चरम पर है, जिससे प्रदेश के सीमावर्ती लगभग 17 जिलों में करीब 1,200 पेट्रोल पंप बंद होने के कगार पर हैं.

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