उदयपुर: वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के वंशज उदयपुर के पूर्व महाराणा और पूर्व सांसद स्व. महेंद्र सिंह मेवाड़ के निधन के बाद उनके पुत्र नाथद्वारा से विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ का राजतिलक सोमवार दोपहर चित्तौड़गढ़ के फतहप्रकाश महल के प्रांगण में सम्पन्न हुआ, किन्तु शाम को उदयपुर लौटकर विश्वराज सिंह परम्परानुसार उदयपुर के सिटी पैलेस में स्थित प्रयागगिरी महाराज की धूणी व कुलदेवता बाणनाथ के दर्शन नहीं कर सके। राजपरिवार के बरसों पुराने सम्पत्ति विवाद के चलते विश्वराज के चाचा अरविंद सिंह के पुत्र लक्ष्यराज सिंह ने इसे कानूनी मसला बताते हुए प्रवेश पर पाबंदी लगा दी और सिटी पैलेस के गेट बंद कर दिए गए। ऐसे में विश्वराज सहित बड़ी संख्या में उनके समर्थक सिटी पैलेस मार्ग पर जम गए।
रात तक प्रशासन इस समस्या के समाधान के प्रयास में रहा, तीन-चार बार सिटी पैलेस में लक्ष्यराज सिंह से बात की गई, लेकिन कोई सकारात्मक रुख नजर नहीं आया, अलबत्ता अंदर से पथराव शुरू हो गया। बड़ी-बड़ी ईंटें और बोतलें फेंकी गईं। इससे एक पुलिसकर्मी और एक महिला घायल हो गए। इसके बाद अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट शहर वार सिंह ने सख्त रुख अपनाते हुए विवादित स्थल सिटी पैलेस स्थित बड़ी पोल से धूणी व जनाना महल तक जाने के रास्ते व धूणी वाले स्थान को कुर्क किया। थानाधिकारी घंटाघर को रिसीवर नियुक्त करने के प्रारंभिक आदेश जारी किए। यह नोटिस महाराणा ऑफ मेवाड़ चेरिटेबल फाउंडेशन जरिये अरविन्द सिंह मेवाड़ व अन्य को जारी किया गया है। नोटिस सिटी पैलेस के मुख्य द्वार पर रात को चस्पा कर दिया गया।
इससे पहले, घंटाघर थानाधिकारी ने जिला प्रशासन को कानून-व्यवस्था को लेकर अपनी रिपोर्ट दी जिसमें उन्होंने बताया कि राजतिलक के बाद परम्परानुसार विश्वराज सिंह मेवाड़ लगभग 3 हजार लोगों के साथ सिटी पैलेस स्थित प्रयागगिरी महाराज की धूणी के दर्शन करने पहुंचे और प्रदर्शन करते हुए वहां लगी बेरिकेडिंग तोड़ी गई, भीड़ के आगे बढ़ने के प्रयास करने पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया। इसे रोकने के लिए अधिक बल प्रयोग करने पर थानाधिकारी ने कानून-व्यवस्था बिगड़ने की आशंका जताते हुए बीएनएस की धारा 164 के अंतर्गत उक्त विवादित सम्पत्ति पर रिसीवर नियुक्त करने का अनुरोध किया। इसके आधार पर प्रशासन विवादित क्षेत्र को कुर्क कर रिसीवर नियुक्ति के आदेश जारी किए। हालांकि, संबंधित पक्ष को 2 दिसम्बर तक जवाब भी पेश करने को कहा गया है।
नोटिस चस्पां करने की कार्रवाई के बाद भी विश्वराज सिंह मेवाड़ देर रात तक मौके पर ही अपने समर्थकों के साथ डटे थे। उन्होंने स्पष्ट नहीं किया कि परम्परा के अनुसार धूणी व कुलदेवता के दर्शन करने के लिए आगे क्या कदम उठाएंगे। इस बीच, क्षत्रिय समाज सहित शहर के विभिन्न समाजों ने लक्ष्यराज सिंह द्वारा राजतिलक उपरांत दर्शन करने जा रहे विश्वराज सिंह मेवाड़ का रास्ता रोकने पर नाराजगी जाहिर करते हुए सामाजिक समारोहों से बहिष्कार का ऐलान किया है।