उदयपुर क्राइम न्यूज़: रेलवे ट्रैक ब्लास्ट का मामला सुलझने के बाद जघन्य डबल मर्डर से उदयपुर दहल गया। डबल मर्डर के बाद एक ही परिवार के 6 सदस्यों का शव बरामद होने से हड़ंकप मच गया और अब पति की हैवानियत सामने आई है। पानरवा थाना क्षेत्र में पति ने पत्नी की नाक काट दी। कसूर कुछ भी नहीं था, बस पति को पत्नी की खूबसूरती की वजह से उसके चरित्र पर संदेह था। फिलहाल पत्नी की रिपोर्ट पर पानरवा पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है।पुलिस ने बताया कि घटना बही घाटियां गांव के पास की है। 42 वर्षीय घायल गीता देवी ने रिपोर्ट दी कि पति चंदू गुजरात के आश्रम लेकर गया था। वापसी के दौरान गांव आने से पहले ही पति ऑटो से रास्ते में उतरा और मुझे भी उतारा। ऑटो से उतारकर झाड़ियों में धक्का देकर नीचे गिरा दिया। इसके बाद चाकू निकालकर नाक को काट दिया। फिर चाकू से चेहरे पर ताबड़तोड़ वार किए, ताकि खूबसूरती मिटा सके। हमले के बाद पति अकेला छोड़कर चला गया। खून बहने की हालत में पीहर पक्ष को सूचना दी। पीहर से आए परिजनों ने गुजरात के ईडर में निजी हॉस्पिटल लेकर गए। प्राथमिक इलाज के बाद पानरवा लेकर आकर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई।
पत्नी की गर्दन ऐसे मरोड़ी, टूट गई रीढ़ की हड्डी: जिले के गोगुन्दा थाना क्षेत्र की झाड़ोली ग्राम पंचायत के गोल नेड़ी फला में चार बच्चों और पत्नी की हत्या कर खुद भी फांसी लगाने के मामले की प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि भोपा और झाड़फूंक के चक्कर में प्रकाश गमेती ने एक ही झटके में पूरे परिवार को समाप्त कर दिया। उसने पत्नी की गर्दन को ऐसा मरोड़ा कि उसकी रीढ़ की हड्डी भी टूट गई। उसने पत्नी के साथ सो रहे दूधमुंहे बच्चे का भी गला दबाया, जबकि तीन अन्य बच्चों को फांसी पर लटका दिया। पीएम रिपोर्ट एवं जांच में सामने आया कि प्रकाश ने परिवार को खत्म करने की पूरी तैयारी की थी। उसने कमरे की छत पर लगे हुक से पंखा उतारकर नीचे रखा और उसी पर फंदे लटकाए। पत्नी दुर्गा का गला घोंटा, कपड़े धोने के पट्टे से भी उसके सिर पर वार किया। उसकी बगल में सो रहे दूधमुंहे बच्चे का भी गला घोंटा। साथ ही तीन बच्चों को हुक पर बांधे फंदे पर लटका दिया। इसके लिए वह घर में रखे प्लास्टिक के ड्रम पर चढ़ा था। उल्लेखनीय है कि सामूहिक आत्महत्या के मामले में गोल नेड़ी निवासी प्रकाश पुत्र सोहनलाल गमेती, उसकी पत्नी दुर्गा, पुत्र गणेश (5), पुष्कर(4), रोशन (2)और गंगाराम (4 माह)की मौत हो गई थी।
किया था भोपा से संपर्कछोटे भाई दौलाराम ने बताया कि लगातार बीमार रहने और परिवार पर आर्थिक संकट के चलते प्रकाश भोपे के चक्कर काट रहा था। वह रविवार को भोपे का आने का इंतजार कर रहा था, लेकिन भोपा नहीं आया। इसके बाद उसने इस वारदात को अंजाम दिया। मृतक प्रकाश को राजकोट में काम के बदले साढ़े पांच से छह हजार रुपए मिलते थे।