राजस्थान

उदयपुर सरजणा बांध छलका, चली 3 इंच चादर

Meenakshi
29 July 2023 9:54 AM GMT
उदयपुर सरजणा बांध छलका, चली 3 इंच चादर
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उदयपुर जिले के वल्लभनगर उपखंड क्षेत्र में स्थित राजस्थान की सबसे लंबी रपट वाला सरजणा बांध लंबे इंतजार के बाद आखिरकार छलक गया है। बांध की सबसे लंबी 880 मीटर की रपट से अथाह जलराशि झरने के रूप में नीचे बेड़च नदी में गिरने लग गई है। इस नजारे को देखने बांध की पाल पर बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ उमड़ रही है। उदयसागर बांध के गेट खोलने के बाद वल्लभनगर के सबसे बड़े सरजणा बांध में लगातार पानी की आवक जारी होने के बाद शुक्रवार अल सुबह बांध छलक गया। बता दें कि साल 2006 के बाद लगातार सरजणा बांध ओवरफ्लो हो रहा है। बांध के ओवरफ्लो होते ही पानी एक झरने के रूप में नीचे बहकर आगे जा रहा है। वही बेड़च नदी के बहाव क्षेत्र में हरियाली का दिलकश नजारा पर्यटको व ग्रामीणों को खुद-ब-खुद बांध पर खींचकर लाता है। बांध के छलकने के बाद सुबह से लेकर देर शाम तक ग्रामीणों की भीड़ जमा रही।

जल संसाधन विभाग ने जारी की चेतावनी: वल्लभनगर के सरजणा बांध से चादर चलने के बाद जल संसाधन विभाग ने जनहित में चेतावनी जारी की है। कनिष्ठ अभियंता जगदीश डांगी ने बताया कि बांध अपनी पूर्ण भराव क्षमता पूरी करके ओवरफ्लो हो चुका है तथा बांध पर 3 इंच की चादर चल रही है। बांध के कैचमेंट एरिया में हुई अच्छी बारिश एवं बेड़च नदी में पानी की आवक को देखते हुए बांध का ओवरफ्लो गेज बढ़ सकता है। जिससे नीचे के क्षेत्रों में जल भराव होने की आशंका बनी हुई है। इसलिए बांध के नीचे जल भराव क्षेत्र, बेड़च नदी के बहाव क्षेत्र, बेड़च नदी के पुलिया पर बहते पानी किसी भी प्रकार की गतिविधि नहीं करें। वही जनहानि एवं असुविधा को देखते हुए बेड़च नदी के पानी व रपट को पार नहीं करने के लिए चेतावनी जारी की गई है।

वल्लभनगर के सरजणा बांध की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसकी रपट 880 मीटर लंबी होने के कारण राजस्थान में सबसे लंबी रपट के रूप में गिना जाता है। सिंचाई व जल संसाधन विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार बांध में करीबन 1076 एमसीएफटी पानी समा जाता है। बांध की कुल भराव क्षमता 20 फीट है। लेकिन बांध के 19.5 फिट होते ही 880 मीटर लंबी रपट से पानी ओवरफ्लो होकर के झरने के रूप में नीचे बेड़च नदी में गिर कर आगे बड़गांव बांध में जाता है।

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