राजस्थान
उदयपुर काबिल पार्टी भारी बंद है राजनीति: कोटा लोकसभा अध्यक्ष का गृह जिला है, हमारे यहां दुआएं प्रमुख हैं।
SANTOSI TANDI
30 Sep 2023 6:13 AM GMT
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कोटा लोकसभा अध्यक्ष का गृह जिला है, हमारे यहां दुआएं प्रमुख हैं।
राजस्थान काबिलियत पर राजनीति भारी पड़ गई। जाे क्षेत्रीय पासपाेर्ट कार्यालय उदयपुर में खुलना था। उसे काेटा में खाेल दिया गया। यह सब तब हुआ है, जबकि उदयपुर के कार्यालय में पासपाेर्ट बनवाने के लिए 3 गुना तक ज्यादा आवेदन आते हैं और यहां से सऊदी अरब, कुवैत आदि जगहाें पर काम करने के लिए बड़ी संख्या में लाेग विदेश जाते हैं। अगर उड़ानाें की बात करें ताे उदयपुर की देश के मुंबई-दिल्ली-भाेपाल-सूरत-जयपुर जैसे बड़े शहराें से सीधी कनेक्टिविटी है, जबकि काेटा अभी तक इस सुविधा से वंचित है। उदयपुर के पासपोर्ट सेवा केंद्र में वर्तमान में राेज 250-300 के आवेदनाें का लाेड रहता है। यह कोटा में महज 80 तक है। ऐसा नहीं है कि हमारे जनप्रधिनिधियाें ने इसके लिए प्रयास नहीं किए, लेकिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सब पर भारी पड़ गए। वे इसे अपने गृह जिले काेटा में ले गए। इस संबंध में केंद्र सरकार ने 18 सितंबर को गजट नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया। इसका उद्घाटन 29 सितंबर को है।
हमारे यहां से हजाराें लाेग खाड़ी देशाें में काम करने जाते हैं : उदयपुर संभाग से जुड़े और सटे इलाकाें बांसवाड़ा, खेरवाड़ा और डूंगरपुर से बड़ी संख्या में लाेग, खासतौर पर बोहरा समाज से जुड़े लोग खाड़ी देश सऊदी अरब और कुवैत में काम करते हैं। अन्य तरह के रोजगार, शिक्षा, व्यापार और मार्बल उद्योग से जुड़े हुए व्यापारी भी विदेशों में जाते हैं। अमेरिका और इराक के तत्कालीन शासक सद्दाम हुसैन के बीच चले विवाद के समय भारत के विदेश मंत्रालय ने उदयपुर संभाग के करीब 56 हजार लोगों की देश में शिफ्टिंग कराई थी। अब विदेश जाने वाले लाेगाें की संख्या और बढ़ गई है। उदयपुर संभाग के मेवाड़-वागड़ और मालवा इलाकों में रहने वाले लोगों का विदेश में रोजगार के लिए जाना-आना ज्यादा रहता है। कोटा के हाड़ौती क्षेत्र में विदेश में नौकरी जाने जैसा ट्रेंड कम है।
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