अजमेर न्यूज़: बांदरसिंदरी स्थित राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय के गर्ल्स हॉस्टल में इस साल की शुरुआत में 27 जनवरी को लांबा हरिसिंह निवासी सलोनी साहू की आत्महत्या का राजफाश अब तक नहीं हो पाया है। वहीं अब लद्दाख की रहने वाली फुन्स्टॉग डोल्मा की खुदकुशी से कई सवाल खड़े हो गए हैं।
बांदरसिंदरी थाने में दर्ज करवाई एफआईआर
सीयूआर में इस साल छह महीने के अंतराल में ही दो छात्राएं खुदकुशी जैसा कदम उठा चुकी हैं, जबकि बीते 8 साल में 4 मौतें होने के बावजूद यूनिवर्सिटी प्रशासन काउंसलिंग समेत अन्य एहतियातन कदम नहीं उठा सका। 6 महीने पहले खुदकुशी करने वाली छात्रा सलोनी साहू के माता-पिता अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं। अब उन्होंने बांदरसिंदरी थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है। इस एफआईआर पर राजस्थान पुलिस मुख्यालय ने जिला पुलिस से जवाब मांगा है। साथ ही, सलोनी की मौत और डोल्मा की आत्महत्या मामले की पूरी रिपोर्ट मंगवाई गई है।
लाम्बा हरिसिंह गांव निवासी छात्रा सलोनी साहू के पिता रामकिशोर साहू का आरोप है कि छह महीने पहले उसकी बेटी की मौत हुई थी। उस मामले में आज तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और ना ही पुलिस सहयोग कर रही है। पिता ने सीयूआर प्रशासन पर भी आरोप लगाए। उन्होंने बांदरसिंदरी थाने में एक एफआईआर भी दर्ज करवाई। इसके जवाब में राजस्थान पुलिस हेडक्वार्टर की हेल्पडेस्क ने जिला पुलिस से पूरे मामले में अब तक की कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है। जिला पुलिस ने बांदरसिंदरी थाना पुलिस से सलोनी साहू और डोल्मा आत्महत्या मामले की पूरी रिपोर्ट मंगवाई है।