एसएमएस अस्पताल में आई दो रोबोटिक मशीनें, ट्रेनिंग के बाद शुरू होगी सर्जरी
जयपुर: एसएमएस अस्पताल के इतिहास में शुक्रवार देर रात एक और उपलब्धि जुड़ गई है। अस्तपाल में बहुप्रत्याक्षित रोबोटिक मशीनें आ गई हैं और जल्द ही इनसे रोबोटिक सर्जरी की जाएंगी। देर रात दो मशीनें अस्पताल में आई, जिन्हें अलसुबह तक ओटी में लगाने की कार्रवाई की गई। जनरल सर्जरी और यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के लिए आई इन मशीनों पर अगले सप्ताह से डॉक्टरों को ट्रेनिंग देना शुरू किया जाएगा। ट्रेनिंग देने के लिए कंपनी के प्रतिनिधि एसएमएस में पहुंचेंगे। ये ट्रेनिंग सिम्युलेटर मशीन पर दी जाएगी और एक डॉक्टर को 50 से 60 घंटे की ट्रेनिंग दी जाएगी।
फिलहाल ट्रेनिंग से होगी शुरुआत: डॉ. कांकरिया ने बताया कि मशीन इंस्टॉल करने और डॉक्टरों की ट्रेनिंग देने के बाद प्रेक्टिकल ट्रेनिंग के लिए डॉक्टरों चेन्नई या कोच्ची भेजा जाएगा। ये निर्णय कंपनी की तरफ से लिया जाएगा, जहां कंपनी की पहले से मशीनें लगी है। इस प्रेक्टिकल ट्रेनिंग में हॉस्पिटल के अंदर मरीजों की सर्जरी करना सिखाया जाएगा। अलग-अलग बैच में डॉक्टरों को ट्रेनिंग करवाई जाएगी। ये सभी प्रक्रिया पूरी होने के बाद हम उम्मीद करते हैं कि मार्च के अंत या अप्रैल की शुरुआत से मरीजों की रोबोटिक सर्जरी शुरू हो जाएगी।
मील का पत्थर साबित होंगी ये मशीनें: एसएमएस मेडिकल कॉलेज में जनरल सर्जरी के प्रोफेसर डॉ. जीवन कांकरिया ने बताया कि रोबोटिक मशीनों से कैंसर ट्यूमर, कोलोरेक्टल सर्जरी, बेरिएट्रिक सर्जरी, हर्निया, एक्लेजिया कार्डिया समेत अन्य बीमारियों की सर्जरी की जाएगी। अगर डॉक्टर ट्रेनिंग के बाद इस सर्जरी को करने में एक्सपर्ट हो जाते हैं तो इसके रिजल्ट लेप्रोस्कोपी सर्जरी और सामान्य हाथ से की जाने वाली सर्जरी से भी ज्यादा अच्छे होंगे।