राजस्थान
दाे नाबालिग बहनों को रात में घर से उठाकर ले गए, सुबह नहर में मिले शव
Shantanu Roy
28 April 2023 12:32 PM GMT

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जालोर। सांचौर क्षेत्र में सोमवार की रात 11 बजे घर से लापता हुई 16 व 17 साल की दो नाबालिग दलित बहनों के शव बुधवार को नर्मदा मुख्य नहर में मिले. दोनों बहनें मामा की बेटियां हैं। दोनों 30 घंटे से लापता थे। परिजनों का आरोप है कि पालदार गांव में जल जीवन मिशन के तहत काम करने वाले ठेकेदार के कर्मचारियों ने दोनों को बहला-फुसलाकर रात में बाइक पर बैठाकर जंगल में ले गए. वहां दुष्कर्म के बाद उसे नर्मदा नहर में फेंक दिया और उसकी हत्या कर दी।
बुधवार सुबह शव मिलने के बाद परिजन व ग्रामीणों ने शव लेने से मना कर दिया और एसडीएम कार्यालय के सामने धरना देना शुरू कर दिया, जो रात नौ बजे तक चलता रहा. इसके बाद दोनों परिवारों को 20-20 लाख देने पर सहमति जताकर धरना समाप्त कर दिया गया। अब अंतिम संस्कार गुरुवार को होगा। पुलिस कुछ संदिग्धों को थाने लाकर पूछताछ कर रही है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों शवों को नहर से बाहर निकाला। घटना की सूचना के बाद एएसपी दशरथ सिंह, डीएसपी रूप सिंह इंदा, थानाध्यक्ष निरंजन प्रताप सिंह मौके पर पहुंचे. सांचौर में करदा, चितलवाना, झाब, सरवाना थाना पुलिस ने तैनात कर दिया है।
चर्चा के बाद निर्णय लिया गया कि सांचौर और रानीवाड़ा विधायक निधि से 10-10 लाख, सरकारी सहायता के रूप में 4-4 लाख रुपये और ठेकेदारों को 6-6 लाख रुपये देंगे। 16 वर्षीय नाबालिग अपने मामा के यहां आई थी। परिजनों का आरोप है कि सोमवार की रात चितलवाना के सिवदा निवासी सुरेश कुमार पुत्र सुरताराम विश्नोई दोनों को बाइक पर जंगल में ले गया.
वहां रणोदर निवासी हरलाल विश्नोई के उकसाने पर ठेकेदार के कर्मचारी अनिल कुमार व देवाराम विश्नोई ने दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर नर्मदा नहर में फेंक दी. पंचायत भवन में रह रहे जल जीवन मिशन के लिए कार्यरत ठेकेदार के कर्मचारियों से जब ग्रामीणों ने सख्ती से पूछताछ की तो सिवड़ा निवासी सुरेश कुमार ने दोनों को घर से लाने की बात स्वीकार कर ली. परिजनों का आरोप है कि सुरेश ने बताया कि उसने आगे दोनों बच्चियों को अनिल और देवाराम को सौंप दिया था.
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