पंचायत सहायकों 10 सितंबर से वादा खिलाफी से परेशान होकर सरकार के खिलाफ करेगी धरना प्रदर्शन
टोंक न्यूज़: टोंक प्रदेश में संविदा पर कार्य करने वाले लगभग 24 हजार पंचायत सहायकों ने राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन का मोर्चा खोल दिया है। राज्य सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए आगामी 10 सितंबर से प्रदेश के 27 हजार पंचायत सहायकों ने कलम बंद हड़ताल की चेतावनी दे दी है। 14 सितंबर से जयपुर में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया जाएगा और 18 सितंबर से जयपुर में ही शहीद स्मारक पर पंचायत सहायकों द्वारा महापड़ाव जारी रहेगा। पंचायत सहायक संघ जिलाध्यक्ष अनिल मिश्रा ने बताया कि सरकार द्वारा जनवरी माह में संविदा सेवा नियम बनाने के बाद अब तक भी लागू नहीं करने तथा एक विभाग स्थाई नहीं करने से राजस्थान के 24 हजार पंचायत सहायक खफा है। सरकार द्वारा विभिन्न विभागों में संविदा पर कार्यरत कर्मचारियों को संविदा सेवा नियमों में एडाप्ट करने के लिए 12 जनवरी 2022 को सरकार द्वारा संविदा सेवा नियम बनाकर उन्हें लागू करने की घोषणा की थी। जिसके अंतर्गत सरकार द्वारा 25 जून तक संविदा पदों पर कार्यरत कर्मचारियों को संविदा नियमों में लाकर स्क्रीनिंग करने के आदेश जारी किए गए थे मगर आज तक वह वादा अधूरा है।
सरकार संविदा कर्मियों के साथ वादा खिलाफी कर रही है । साढ़े 3 साल तो संविदा कर्मियों को नियमित करने के लिए बनाई गई कमेटी ने आंकडे जुटाने में ही निकाल दिए, जबकि कांग्रेस सरकार ने चुनावों से पहले घोषणा पत्र में पंचायत सहायकों को नियमित करने का वादा किया था जो आज तक अधूरा है। संविदा सेवा नियम बनाकर अभी तक लागू नहीं किया जा रहा है जिससे न तो एक विभाग हो रहा है और न ही वर्क चार्ट जारी कर सम्मानजनक मानदेय दिया जा रहा है। प्रदेश कार्यकारिणी के आव्हान पर 10 सितंबर से प्रदेश के 24 हजार पंचायत सहायक कलम बंद हड़ताल पर रहेंगे।