
राजस्थान की बड़ी खबर जयपुर जिले से सामने आई है। जयपुर में 15 फीट गहरे गड्ढे में आज एक युवक की लाश मिलने से सनसनी फैल गई। ये गड्ढा रोड किनारे एलिवेटिड रोड का पिलर डालने के लिए खोदा गया था। शनिवार से हो रही बारिश के कारण गड्ढा पानी से लबालब हो गया था। झोटवाड़ा थाना पुलिस ने गड्ढे से शव को बाहर निकाला। एफएसएल टीम की मदद से मौके से सबूत जुटाए। पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए शव एसएमएस हॉस्पिटल की मॉच्यूरी में रखवाया है।
झोटवाड़ा एसीपी प्रमोद स्वामी ने बताया कि मृतक मदन दास निवासी जमुनापुरी मुरलीपुरा का रहने वाला था। वह झोटवाड़ा इलाके में ट्राइटन मॉल से 200 मीटर दूरी पर स्थित शुगर मिल में काम करता था। शनिवार रात को फैक्ट्री से छुट्टी होने पर रोज की तरह पैदल-पैदल घर जा रहा था। ट्राइटन मॉल के पास से निकलते समय उसका पैर फिसल गया। जिससे वह रोड किनारे एलिवेटिड रोड के पिलर के लिए खोद करीब 15 फीट गहरे गड्ढे में गिर गया। जो 20 फीट चौड़ा और 30 फीट लंबा है। गड्ढे के बाहर किसी तरह की बैरिकेडिंग नहीं की गई थी। शनिवार सुबह से हो रही बारिश के कारण गड्ढा पूरी तरह पानी से भरा हुआ था। पानी के गड्ढे में डूबने से उसकी मौत हो गई।
झोटवाड़ा एसीपी प्रमोद स्वामी ने बताया कि मदन दास के घर नहीं लौटने पर परिजन उसको ढूंढने निकले। रिश्तेदार, परिचित और दोस्तों से उसके बारे में पूछने पर कोई पता नहीं चला। इसके बादपरिजनों ने पुलिस को बताया कि मदन दास के आने-जाने के रास्ते के बारे में बताया। बताया कि ट्राइटन मॉल के पास सकड़े रास्ते से मदन दास आता-जाता था। झोटवाड़ा थाने में मदन दास के लापता होने की सूचना देने पहुंचे। जिसके के बाद मदन दास की तलाश में निकली पुलिस टीम ने मोबाइल लोकेशन निकलवाई। मोबाइल लोकेशन ट्राइटन मॉल के पास की आने पर वहां पहुंचे। मॉल के पास एलिविटेड रोड के पिलर के लिए खोदा गया गड्ढा पानी से पूरा भरा था। गड्ढे के पास फिसलने के निशान मिलने पर पुलिस को डूबने का शक हुआ। लोगों की मदद से मोटर लगवाकर पानी को निकलवाकर गड्ढे को खाली किया गया। गड्ढे में मदन दास की लाश पड़ी मिली।
पुलिस ने गड्ढे से शव को निकालने के लिए सिविल डिफेंस की टीम को मौके पर बुलाया। गड्ढे से लाश निकालने के बाद एफएसएल टीम की मदद से सबूत जुटाए गए। पुलिस ने एम्बुलेंस की मदद से शव को एसएमएस हॉस्पिटल की मॉच्यूरी भिजवाया। पुलिस प्रथमदृष्टया जांच में सामने आया है कि फैक्ट्री से लौटते समय मदन दास का पैर फिसल गया। करीब 15 फीट गहरे गड्ढे में पानी भरे होने के कारण वह गिर गया। पानी में डूबने के कारण उसकी मौत हो गई।