उदयपुर में व्यापारी का आत्महत्या मामला: गिरफ्तार की मांग को लेकर व्यापारियों का बाजार बंद करके रैली और प्रदर्शन
राजस्थान क्राइम न्यूज़: उदयपुर के श्री व्यापार संघ के तत्वावधान में 18 व्यापारिक संगठनों ने मंगलवार को पिछले दिनों एक व्यवसायी के आत्महत्या के मामले में आरोपितों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर रैली निकाली और कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। व्यापार संगठनों ने पुलिस-प्रशासन को 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। इस दौरान शहर के कुछ बाजार बंद भी रखे गए। प्रातः 10 से 12 बजे तक सभी व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखकर कोलपोल के बाहर एकत्रित हुए। वहां से वे जुलूस के रूप में सिंधी बाजार, मार्शल चौराहा, लखारा चौक, मंडी की नाल, दिल्लीगेट होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे जहां उन्होंने सभा की। श्री वस्त्र व्यापार संघ के महामंत्री वेद प्रकाश अरोड़ा ने बताया कि सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष यशवंत आंचलिया ने व्यापारियों को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस आखिर 9 दिन से क्यों आरोपितों को गिरफ्तार कर रही है। कोलपोल व्यापार संघ के संरक्षक एवं भाजपा नेता डॉ. जिनेंद्र शास्त्री ने कहा कि हमें 14 मार्च मोर्चरी के बाहर पुलिस प्रशासन ने 72 घंटे का समय मांगा था, हमने परिवार को राजी करके समय दिया, पुलिस ने पीड़ित परिवार के साथ धोखा किया है। उन्होंने आरोपित हेमलता कांकरिया व उसके पति निरंजन को गिरफ्तार करने की मांग की।
बड़ा बाजार व्यापार संघ के अध्यक्ष अजय पोरवाल, सर्राफा एसोसिएशन के महामंत्री प्रकाश सिंघवी, श्री वस्त्र व्यापार संघ के अध्यक्ष मदन लाल सिंघटवाडिया आदि ने भी विचार रखे। गौरतलब है कि कोलपोल स्थित बाबूलाल मेहता एंड संस के मालिक दीपक मेहता ने ब्याज माफियाओं के अत्यधिक तंग करने एवं मूल से अधिक ब्याज चुकाने के बावजूद भी हेमलता कांकरिया और उसके पति निरंजन मोगरा द्वारा प्रताड़ित करने के चलते आत्महत्या कर ली। 14 मार्च को पुलिस में प्रकरण दर्ज कराया गया, सुसाइड नोट में भी आरोपितों के नाम हैं।