राजस्थान

पांचला बांध टूटने के बाद शहर में आई बाढ़ से व्यापारियों का करोड़ों का नुकसान

Shantanu Roy
29 Jun 2023 12:25 PM GMT
पांचला बांध टूटने के बाद शहर में आई बाढ़ से व्यापारियों का करोड़ों का नुकसान
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जालोर। सांचौर में सुरावा पांचला बांध टूटने के बाद शहर में आई बाढ़ से व्यापारियों को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ. इस पर मंगलवार को व्यापारियों ने मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम संजीव कुमार को ज्ञापन दिया। जिसमें बताया गया कि नैनोल पांचला बांध का पक्का निर्माण नहीं होने के कारण भारी बारिश के कारण 2015 और 2023 में दो बार बाढ़ आई. जिससे सांचौर शहर के मुख्य बाजार सहित पूरी कच्ची बस्तियां जलमग्न हो गईं. जिससे करोड़ों का नुकसान होने से कई परिवार बेघर हो गए। पानी भरने से सैकड़ों लोगों के घर क्षतिग्रस्त हो गये। समस्त व्यापार मंडल के अध्यक्ष हरीश पुरोहित सीलू ने बताया कि इस बांध के टूटने से काटोल, मेदा जागीर, बड़सम, जाजुसन होते हुए सांचौर शहर में बाढ़ का पानी आने से व्यापारियों को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है. शहर के निचले हिस्से में अत्यधिक जल जमाव के कारण कई घरों और दुकानों में 5 से 7 फीट तक पानी भर गया और कई गरीब परिवार बेघर हो गये।
इस बांध का पक्का निर्माण नहीं होने के कारण 2015 व 2017 में विश्व स्तरीय गौशाला पथमेड़ा में पानी घुसने से सैकड़ों गायों की मौत हो गयी. गौशाला में पानी भरने से गायों के चारे और आवास स्थलों को भारी नुकसान हुआ है। ऐसे में इस बांध का समुचित निर्माण कराकर गेट लगाए जाने चाहिए, ताकि भविष्य में अतिवृष्टि या बाढ़ की स्थिति उत्पन्न न हो। इसके अलावा ज्ञापन में बताया गया कि यहां बांध बनने से शहर को पानी में डूबने से बचाया जा सकेगा. जिससे आसपास के लोगों के लिए सिंचाई के काम आ सके। साथ ही कई गांवों के लोगों की प्यास भी बुझ सकेगी। ज्ञापन में व्यापारियों ने बांध बनाने, शहर के मुख्य बाजार में बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत कराने, शहर में जगह-जगह फैली गंदगी की सफाई कराने की मांग उठाई। उन्होंने बताया कि बाढ़ के साथ आई मिट्टी के कारण दिनभर धूल उड़ती है. जिसके चलते व्यापारियों को मास्क पहनकर बैठने को मजबूर होना पड़ रहा है। इस दौरान सर्व व्यापार महासंघ के अध्यक्ष हरीश पुरोहित, अमराराम माली, मंगलाराम, पूराराम चौधरी, दलपत सिंह, मधु सिंह, भागीरथ बिश्नोई, दीपक जीवाणी व सुरेश देवासी सहित बड़ी संख्या में व्यापारी मौजूद थे।
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