भारतीय राज्य राजस्थान के दक्षिणी भाग में, उदयपुर समुद्र तल से 598 मीटर ऊपर स्थित एक शहर है। राजस्थान में छुट्टियां बिताने के लिए यह सबसे अच्छी जगह है। उदयपुर का मनमौजी शहर झीलों, शानदार महलों, समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और चटपटे स्वादिष्ट व्यंजनों का केंद्र है।
उदयपुर के किलों और महलों को किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है। उदयपुर के शाही आकर्षण को देखने के लिए दुनिया भर से पर्यटक उदयपुर आते हैं। लुभावनी वास्तुकला राजस्थान के महाराजाओं की शाही जीवन शैली की झलक देती है। उदयपुर के किलों और महलों की भव्यता इसे राजस्थान के शीर्ष पर्यटन स्थलों में से एक बनाती है। उदयपुर में यात्रा करने के लिए कुछ सबसे लोकप्रिय किले और महल हैं सिटी पैलेस, जग मंदिर महल, फतेह प्रकाश पैलेस, ताज लेक पैलेस, बागोर की हवेली आदि। तो, परिवार की छुट्टी के साथ-साथ दोस्तों के साथ छुट्टियां मनाने के लिए, उदयपुर सबसे बेहतरीन विकल्प है।
उदयपुर, निश्चित रूप से आपके शरीर और आत्मा को फिर से जीवंत कर देगा क्योंकि कई झीलें इस शहर को सुशोभित करती हैं। इसी खास वजह से उदयपुर को पूरब का वेनिस भी कहा जाता है। उदयपुर की झीलें आकर्षण और मंत्रमुग्धता की कविता हैं जो युगों से पर्यटकों को लुभाती रही हैं।
उदयपुर का सिटी पैलेस
सिटी पैलेस की स्थापना 16वीं शताब्दी में आरम्भ हुई। इसे स्थापित करने का विचार एक संत ने राजा उदयसिंह द्वितीय को दिया था। इस प्रकार यह परिसर 400 वर्षों में बने भवनों का समूह है। यह एक भव्य परिसर है। इसे बनाने में 22 राजाओं का योगदान था। इस परिसर में प्रवेश के लिए टिकट लगता है। बादी पॉल से टिकट लेकर आप इस परिसर में प्रवेश कर सकते हैं। परिसर में प्रवेश करते ही आपको भव्य त्रिपोलिया गेट दिखेगा। इसमें सात आर्क हैं। ये आर्क उन सात स्मवरणोत्सैवों का प्रतीक हैं जब राजा को सोने और चांदी से तौला गया था तथा उनके वजन के बराबर सोना-चांदी को गरीबों में बांट दिया गया था। इसके सामने की दीवार अंगद कहलाती है। यहां पर हाथियों की लड़ाई का खेल होता था। इस परिसर में एक जगदीश मंदिर भी है। इसी परिसर का एक भाग सिटी पैलेस संग्रहालय है। इसे अब सरकारी संग्रहालय घोषित कर दिया गया है। वर्तमान में शम्भूक निवास राजपरिवार का निवास स्थानन है। इससे आगे दक्षिण दिशा में फतह प्रकाश भवन तथा शिव निवास भवन है। वर्तमान में दोनों को होटल में परिवर्तित कर दिया गया है।
पिछोला झील
पिछोला झील उदयपुर के पश्चिम में पिछोली गांव के निकट इस झील का निर्माण राणा लखा के काल (14वीं शताब्दी के अंत) में पीछू चिडि़मार बंजारे ने करवाया था। महाराणा उदयसिंह द्वितीय ने इस शहर की खोज के बाद इस झील का विस्तार कराया था। झील में दो द्वीप हैं और दोनों पर महल बने हुए हैं। एक है जग निवास, जो अब लेक पैलेस होटल बन चुका है और दूसरा है जग मंदिर, उदयपुर। दोनों ही महल राजस्थानी शिल्पकला के बेहतरीन उदाहरण हैं, इन्हें नाव द्वारा जाकर देखा जा सकता है।
Ashwandewangan
प्रकाश सिंह पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, प्रकाश जनता से रिश्ता वेब साइट में बतौर content writer काम कर रहे हैं। उन्होंने श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी लखनऊ से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। प्रकाश खेल के अलावा राजनीति और मनोरंजन की खबर लिखते हैं।