न्यूज़क्रेडिट:लाइव हिन्दुस्तान
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत अगस्त क्रांति के उपलक्ष्य में 9 अगस्त को प्रत्येक जिले में तिरंगे झंड़े के साथ पैदल यात्रा निकालेगी। पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने यह जानकारी दी। मीडिया से बात करते हुए डोटासरा ने कहा कि देश में संवैधानिक संस्थाएं खत्म हो रही है। केंद्र की मोदी सरकार लोकतंत्र को खत्म कर रही है। डोटासरा ने कहा कि 9 अगस्त को क्रांति दिवस के उपलक्ष्य में प्रत्येक जिले में तिरंगे झंड़े के साथ 75 किलोमीटर पैदल यात्रा करेंगे। 15 अगस्त को राज्य स्तरीय सम्मेलन करेंगे। हर जिले में कांग्रेस के कार्यकर्ता 75-75 किलोमीटर पैदल यात्रा करेंगे। हम एक संदेश देंगे की तिरंगे की आन बान शान में जो हमारे महापुरुष शहीद हो गए। अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। शहादत दी। यातनाएं सही। देश को आजाद कराया।
मोदी सरकार से संविधान को खतरा
पीसीसी चीफ डोटासरा ने कहा कि आज इस आजादी को, लोकतंत्र को और संविधान को खतरा पैदा हो गया है। केंद्र में बैठी मोदी सरकार संवैधानिक संस्थाओं को खत्म कर रही है। लोकतंत्र को कमजोर करने का काम कर रही है। लोकतंत्र पर आए दिन रोजाना हमले हो रहे हैं। हाॅर्स ट्रैडिंग के माध्यम से सरकारें गिराई जा रही है। ईडी, सीबीआई और इनकट टैक्स से राजनीतिक प्रतिशोध के आधार पर लोगों को परेशान किया जा रहा है। मोदी सरकार केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। विपक्ष दलों को परेशान किया जा रहा है। चुनी हुई सरकारों को गिराया जा रहा है। देश की जनता सब देख रही है। लोकतंत्र पर हमला बोला जा रहा है। पीएम मोदी और अमित शाह के इशारे पर ईडी कार्रवाई कर रही है।
आटा पर टैक्स लगाने वाली विश्व की पहली सरकार
डोटासरा ने कहा कि महंगाई बहुत बड़ा मुद्दा है। बढ़ती मंहगाई के कारण गरीब को दो वक्त की रोटी मिलना दूभर हो गया है। पेट्रोल हो, डीजल हो, आटा हो, दाल हो या फिर चावल हो। सभी चीजों पर महंगाई ने कब्जा कर लिया है। हर व्यक्ति आज दुखी है। डोटासरा ने कहा कि हद तो तब हो गई जब मोदी सरकार ने आटा, पनीर और मखाने पर जीएसटी लगा दी। आटे पर पहली बार किसी सरकार ने टैक्स लगाया है तो वह मोदी सरकार है। भाजपा को महंगाई से कोई लेना-देना नहीं है। दो करोड़ रोजगार की बात कहने वाले थे। 8 साल में 16 करोड़ नौकरियां देनी थी। एक नौकरी दे नहीं पाए। रेलवे में नौकरी निकल नहीं रही है। बैंकों में और एसएससी में नौकरियां नहीं निकल नहीं रही है। केंद्र सरकार के जितने भी विभाग है। उनमें नो वैकेंसी का बोर्ड है। बेरोजार परेशान है। देश में अराजकता का माहौल है। देश के हालात खराब होते जा रहे हैं।