राजस्थान
टोेबेको फ्री युवा कैम्पेन’ 60-दिवसीय अभियान खाद्य सुरक्षा एवं दवा नियंत्रण टीमें भी करेंगी तंबाकू के विरूद्ध जंग में सहयोग तंबाकू उत्पादों की बिक्री
Tara Tandi
13 Jun 2023 2:01 PM GMT

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प्रदेश में 31 मई से संचालित 60-दिवसीय टोेबेको फ्री युवा कैम्पेन अभियान के दौरान तंबाकू सेवन के दुष्प्रभावों के प्रति जनजागरूकता विकसित करने के साथ ही तंबाकू उत्पादों की बिक्री, सेवन और विज्ञापन करने पर कोटपा अधिनियम के तहत कार्यवाही करने की कार्यवाही की जायेगी। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण के दलों को भी अधिनियम के अनुसार समझाईश, चालान कार्यवाही तथा सैंपल कलेक्शन की कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये हैं। मिशन निदेशक एनएचएम डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी तथा आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण शिवप्रसाद नकाते ने इस संबंध में मंगलवार को वीडियो क्रांफ्रेसिंग से आयोजित बैठक में सभी जिलों के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों तथा औैषधि नियंत्रण अधिकारियों को यह निर्देश दिये।
मिशन निदेशक डॉ0 सोनी ने कैम्पेन के दौरान सामुदायिक स्तर पर जागरुकता के लिये शैक्षणिक संस्थानों में तम्बाकू मुक्ति एवं इसके प्रभाव विषय पर पेंटिंग एवं स्लोगन प्रतियोगिताएं, यूथ सेल्फी प्रतियोगिता आदि गतिविधियां आयोजित करने के निर्देश दिए। साथ ही युवाओं में जागरुकता हेतु वीडियो संदेश तैयार कर सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित करने के निर्देश दिए। उन्होने बताया कि आज के दौर में रोगियों में 63 प्रतिशत आबादी गैर संक्रामक रोगों से ग्रसित होती है। इनमें सबसे ज्यादा रोगों का कारण तम्बाकू सेवन है। उन्होंने बताया कि सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद अधिनियम (कोटपा) की पालना के साथ ही समुदाय में व्यवहार में परिवर्तन लाने के लिये जागरुकता गतिविधियों पर विशेष रूप से फोकस करना आवश्यक है।
बैठक में आयुक्तालय खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण के डॉ. अजय, डॉ.राजाराम शर्मा, द यूनियन नई दिल्ली के डॉ. अमित यादव, एसआरकेपीएस के श्री राजन चौधरी, जिला स्तर से डिप्टी सीएमएचओ डॉ0 घनश्याम चावला, एफएसओ प्रेम चन्द शर्मा, मनीष कुमार शर्मा व एफएसओ घनश्याम सोलंकी, डीसीओ मनीष कुमार, एडीसी जितेन्द्र ओगरा, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, एनएचएम योगेश वैष्णव, जिला आईईसी समन्वयक अशोक प्रजापत, जिला आशा समन्वयक अशोक शर्मा सहित संबंधित अधिकारीगण शामिल हुये।
तंबाकू धुंआ सहित या रहित दोनों रूपों में जानलेवा-
मिशन निदेशक ने कहा कि राजस्थान में तंबाकू सेवन की दर तेजी से बढ़ रही है और 13 से 15 वर्ष की उम्र के बच्चों में तंबाकू सेवन की दर राष्ट्रीय स्तर पर 4.1 प्रतिशत होना चिंतनीय पहलु है। उन्होंने कहा कि तंबाकू धुंआ सहित या धुंआ रहित दोनों ही रूप में शरीर व जीवन दोनों के लिए हानिकारक है। उन्होंने समाज के प्रबुद्धजनों, जनप्रतिनिधिगणों, राजकीय विभागों, स्वयंसेवी संस्थाओं और आमजन को एकजुट होकर तंबाकू मुक्त राजस्थान के सपने को साकार करने के लिए सहयोग करने की अपील की।
तंबाकू मुक्त संस्थान के लिए प्रयास बढ़ायें-
डॉ. सोनी ने कहा कि अभियान के दौरान केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा निर्धारित 9 मापदंड़ों के अनुसार कार्यवाही पूरी करते हुए अधिक के अधिक ग्राम पंचायतों, राजकीय संस्थानों, सार्वजनिक परिसरों को तंबाकू मुक्त संस्थान घोषित करने की कार्यवाही करने के प्रयास बढ़ाने पर जोर दिया।
मिल्क डेयरी बूथों, स्कूलों के आसपास ‘नो-टोबेको‘
मिशन निदेशक ने मिल्क डेयरी बूथों पर और स्कूलों के आसपास तंबाकू उत्पादों की बिक्री, प्रदर्शन और विज्ञापन की आकस्मिक जांच करने और कोटपा अधिनियम के अनुसार आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
तंबाकू मुक्त युवा नैतिक जिम्मेदारी
आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण शिवप्रसाद नकाते ने कहा कि तंबाकु कैंसर रोग का स्पष्ट कारक है जिसकी जड़े तेजी से समाज में फैल रही हैं और इसकी रोकथाम के लिए हमें एकजुट होकर समझाहिश और विधिक कार्यवाही दोनों का उपयोग करना होगा। उन्हांेने शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के समान ही तंबाकू नियंत्रण हेतु कोटपा अधिनियम के अनुसार खाद्य सुरक्षा तथा औषधि नियत्रंण के अधिकारियों को दिशा-निर्देशों के अनुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि तंबाकू पदार्थों से युवावर्ग की रक्षा के लिए हमें राजकीय सेवा दायित्वों के साथ ही नैतिक जिम्मेदारी भी समझते हुए कार्य करने होंगे।
स्थानीय यूनियन, एशोसिऐशन को आमंत्रित करें
स्टेट नोडल अधिकारी, तंबाकू नियंत्रण डॉ. एस. एन. धौलपुरिया ने व्यापक जनजागरूकता गतिविधियां संचालित करने के साथ ही विभिन्न औषधि वितरक संघांे, यूनियनों व स्वयंसेवी संस्थानों आदि को आमंत्रित कर उन्हंे टोेबेको फ्री युवा कैम्पेन अभियान से जोड़ने पर बल दिया।
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Tara Tandi
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