राजस्थान

पाली की प्यास बुझाने के लिए जोधपुर से होगी पेयजल की सप्लाई, वाटर ट्रेन के संचालन की रेलवे ने दी हरी झंडी

Renuka Sahu
6 April 2022 3:18 AM GMT
पाली की प्यास बुझाने के लिए जोधपुर से होगी पेयजल की सप्लाई, वाटर ट्रेन के संचालन की रेलवे ने दी हरी झंडी
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फाइल फोटो 

उतर पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल ने पाली में अकाल के हालात के बीच 15 अप्रैल से वाटर ट्रेन का संचालन शुरू करने के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। उतर पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल ने पाली में अकाल के हालात के बीच 15 अप्रैल से वाटर ट्रेन (Water Train) का संचालन शुरू करने के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है. जहां रेलवे ने इसके लिए वाटर स्पेशल ट्रेन शुरू करने की तैयारियां युद्ध स्तर पर तेज कर दी हैं.

वही पाली जिला प्रशासन ने जोधपुर से वाटर ट्रेन से आने वाली पानी की व्यवस्थित सप्लाई से पाली शहर की प्यास बुझाने के इंतजाम कर लिए हैं. इसको रेल प्रशासन और पाली जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ डीआरएम आफिस में हुई उच्च स्तरीय बैठक में वाटर स्पेशल ट्रेन के संचालन से जुड़े प्लान पर गहन चर्चा की गई.
मंडल रेल प्रबंधक गीतिका पांडेय की अध्यक्षता में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में राज्य सरकार की ओर से संभागीय आयुक्त राजेश शर्मा ने जानकारी दी कि गर्मियों में पश्चिमी राजस्थान में पेयजल की समस्या खड़ी हो जाती है.
विशेषकर पाली के लिए पेयजल की आपूर्ति जोधपुर से वाटर ट्रेन के माध्यम से करने के संबंध में राज्य सरकार ने स्वीकृति जारी की है. बैठक में डीआरएम पांडेय ने कहा कि इस प्लान में रेलवे पेयजल संकट की घड़ी में पाली जिला प्रशासन के साथ बेहतर समन्वय स्थापित कर वाटर ट्रेन से पानी सप्लाई करने के प्रति गंभीर है और मांग और उपलब्ध संशाधनों के अनुरूप वाटर ट्रेन चलाई जाएगी.
उन्होंने जानकारी दी कि भगत की कोठी से पाली के लिए प्रतिदिन दो रैक संचालित किए जाएंगे और प्रत्येक रैक में 40 वैगन होंगे. प्रत्येक वैगन में 50 हजार लीटर पानी होगा. इसके हिसाब से 40 वैगन में बीस लाख लीटर पानी आता है. इस तरह चार फेरों में कुल 80 लाख लीटर पानी प्रतिदिन पाली पहुंचेगा.
पाली जिला कलेक्टर नमित मेहता ने बैठक में जानकारी दी की जोधपुर से वाटर स्पेशल ट्रेन से आने वाले पानी को जोधपुर रोड़ स्थित हौदियों व पाइप लाइन के जरिए फिल्टर प्लांट भेजा जाएगा. फिल्टर होने के बाद पानी की सप्लाई शहर में की जाएगी. उन्होंने बताया कि बारिश नहीं होने तक यह वैकल्पिक व्यवस्था जारी रखी जायेगी.
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