राजस्थान

बाघिन ने 2 शावकों को दिया जन्म, शावकों की किलकारी से गूंजा रामगढ़

Admin Delhi 1
23 Feb 2023 2:49 PM GMT
बाघिन ने 2 शावकों को दिया जन्म, शावकों की किलकारी से गूंजा रामगढ़
x

कोटा: रामगढ़ टाइगर रिजर्व में आखिरकार वो घड़ी आ गई जिसका वन्यजीव प्रेमियों व शहरवासियों को बरसों से इंतजार था। रामगढ़ के जंगलों में शावकों की किलकारी गूंज उठी। बाघिन आरवीटी-2 ने जेतपुरा रेंज में शावकों को जन्म दिया है। ग्रामीणों व विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बाघिन ने 2 शावकों को जन्म दिया है। गत वर्ष सितम्बर माह में बाघ-बाघिन की सफल मेटिंग हो चुकी थी। शावकों को जन्म देने का समय भी पूरा हो चुका है। वहीं, रेडियोकॉलर से बाघिन के एक-डेढ़ माह से एक ही जगह बार-बार आने जाने की लॉकेशन मिल रही है। इसके अलावा गर्भकाल के दौरान बाघिन का वजन बढ़ने से शरीर में भारीपन नजर आ रहा था, जो अभी समान्य दिखाई दे रहा है। वहीं, दो शावकों को देखा गया है। ग्रामीणों ने भी शावकों के होने की पुष्टि की है। सुरक्षा कारणों के चलते शावकों के जन्म स्थान व रेंज को खबर में नहीं लिखा जा रहा है।

गाय का किया शिकार

जंगल से सटे हरिपुरा की झौंपड़िया गांव के ग्रामीणों ने बताया कि कुछ दिन पहले पालतू गाय जंगल में चरने गई थी। इस दौरान श्वान भी साथ था। उनके वापस नहीं लौटने पर अगले दिन ग्रामीण जंगल में गए थे। वहां गाय व श्वान मृत मिले। ग्रामीणों द्वारा 2 शावकों को देखे जाने की बात कही जा रही है। वहीं, फोरेस्ट से जुड़े सूत्रों ने भी इसकी पुष्टि की है।

शावकों की अधिकारिक पुष्टि नहीं

ग्रामीणों व वनसूत्रों ने बाघिन द्वारा 2 शावकों को जन्म देने की बात कहीं है लेकिन रामगढ़ टाइगर रिजर्व से जुड़े अधिकारियों ने इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं की है। लेकिन जंगल से जुड़े गांवों में यह चर्चा आम है।

रणथम्भौर में दिया था 4 शावकों को जन्म

बाघिन आरवीटी-2 बाघिन मछली की नाती और सुंदरी यानी टी-17 की बेटी है। इसका जन्म 29 जून 2012 को रणथम्भौर में हुआ था। इसने 8 साल की उम्र में 4 शावकों को जन्म दिया था। जिसमें से एक शावक की मौत हो गई थी।

17 जुलाई को रामगढ़ आई थी आरटीवी-2

बाघिन आरवीटी-2 यानी टी-102 को 17 जुलाई 2022 को रणथम्भौर के आमाघाटी वन क्षेत्र से रामगढ़ टाइगर रिजर्व में शिफ्ट किया गया था। एक माह माह बाद सॉफ्ट एनक्लोजर से हार्ड रिलीज किया गया था। सितम्बर माह में बाघ आरवीटी-1 से पहली बार मुलाकात हुई थी। इसके बाद दोनों में नजदीकियां बढ़ी और सफल मेटिंग हुई थी।

ऐसी सूचना मिली है लेकिन स्पष्ट रूप से नहीं कह सकते। जब तक कैमरों में शावकों की तस्वीर कैद नहीं होगी और आंखों से न देख लें तब तक शावकों के जन्म के बारे में स्पष्ट रूप से नहीं कह सकते।

- संजीव कुमार शर्मा, डीएफओ रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व

Next Story