कोटा: वन विभाग व नेशनल टाइगर कनजर्वेशन अथोरियटी (एनटीसीए) की ओर से आखिरकार रणथम्भौर के खूंखार बाघ टी-104 की किस्मत का फैसला कर दिया गया है। अब यह बाघ मुकुंदरा की जगह उदयपुर शिफ्ट किया जाएगा। एनटीसीए ने वन विभाग की ओर से भेजे गए प्रस्ताव पर मोहर लगा दी है। अब बाघ को रणथम्भौर से उदयपुर के सज्जनगढ बॉयोलिकल पार्क में शिफ्ट करने की अनुमति दे दी गई है। अनुमति मिलने के बाद विभाग की ओर से शिफ्टिंग की तैयारियां शुरू कर दी गई है। अगले सप्ताह तक बाघ टी-104 की शिफ्टिंग होना संभव है।
अब टी-104 की शिफ्टिंग का रास्ता साफ
एनटीसीए की अनुमति के बाद बाघ टी-104 की शिफ्टिंग का रास्ता साफ हो गया है। ऐसे में साढ़े तीन साल के बाद टी-104 को रणथम्भौर के भिड नाके में बने एनक्लोजर से सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में शिफ्ट किया जाएगा। गौरतलब है कि रणथम्भौर में लगातार बाघ टी-104 को अन्य जगह शिफ्ट करने की मांग की जा रही थी।
अगले सप्ताह की जाएगी शिफ्टिंग
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बाघ टी-104 को शिफ्ट करने की अनुमति मिलने के बाद वन विभाग की ओर से भी शिफ्टिंग की तैयारियां शुरू कर दी गई है। जानकारी के अनुसार वन विभाग की ओर से बाघ को अगले सप्ताह रणथम्भौर से उदयपुर के सज्जनगढ़ बॉयोलोजिकल पार्क में शिफ्ट कर दिया जाएगा।
कमेटी ने माना था बाघ का स्वभाग उग्र
पूर्व में वन विभाग की ओर से बाघ टी-104 के स्वभाव के अध्ययन के लिए एक कमेटी का गठन किया गया था। कमेटी ने बाघ का स्वभाव उग्र मानते हुए इंसानों के लिए खतरा करार दिया था और बाघ को खुले जंगल में छोड़ने से इंकार किया था।
दरा के सॉफ्ट एनक्लोजर में किया जाना था शिफ्ट
बाघ टी-104 को पूर्व में मुकुंदरा के दरा वनक्षेत्र के सॉफ्ट एनक्लोजर में शिफ्ट किया जाना था। यहां दो एनक्लोजर है। जिसमें पहला 32 स्क्वायर वर्ग किमी का और दूसरा 12 स्वायर वर्ग किमी का सॉफ्ट एनक्लोजर है। इस बाघ को इसी सॉफ्ट एनक्लोजर में शिफ्ट किया जाना था। इसके लिए विभाग द्वारा पहले एनटीसीए को प्रस्ताव भी भिजवाए गए थे और अनुमति मिलने की संभावना जताई जा रही थी लेकिन एनटीसीए से बाघ टी-104 को मुकुंदरा में शिफ्ट करने की अनुमति नहीं मिल सकी। ऐसे में अब बाघ दरा की जगह सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में शिफ्ट किया जाएगा।
पहले मुकुंदरा भेजने का तैयार किया था प्रस्ताव
पिछले साल जुलाई माह में वन विभाग के चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन की ओर से बाघ टी-104 को मुकुंदरा के दरा में बने एनक्लोजर में शिफ्ट करने का प्रस्ताव तैयार किया गया था। इस संबंध में पीसीसीएफ की ओर से रणथम्भौर के सीसीएफ और नेशनल टाइगर कनजर्वेशन अथोरियटी को भी पत्र लिखा था। लेकिन, एनटीसीए की ओर से इस संबंध में अनुमति नहीं मिल सकी थी। हाला ही में मुकुंदरा में बाघिन एमटी-4 की मौत के बाद बाघ को कोटा की जगह उदयपुर के सज्जनगढ़ बॉयोलोजिकल पार्क में शिफ्ट किया जाएगा।
एनटीसीए की ओर से टी-104 को सज्जनगढ़ बॉयोलिकल पार्क में शिफ्ट करने की अनुमति मिल गई है। शिफ्टिंग की तैयारी की जा रही है। अगले सप्ताह में बाघ को शिफ्ट कर दिया जाएगा।
- सेडूराम यादव, सीसीएफ, रणथम्भौर बाघ परियोजना सवाईमाधोपुर।