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कोटा। राजस्थान के कोटा शहर से हैरान करने वाली खबर सामने आई है। तीन दोस्त जो रात के समय पिकनिक करने गए थे, उनमें से दो वापस नहीं लौट सके।
तीसरा इतना डरा हुआ है कि कुछ बोलने तक की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। डर के मारे उसकी हालत खराब है। मामले की जांच कोटा जिले की आरकेपुरम थाना पुलिस कर रही है
मामले की जांच कर रही पुलिस ने बताया कि बिहार निवासी रवि और एमपी निवासी मयंक और नैतिक के साथ यह घटना घटित हुई। तीनों अलग कोचिंग में जाते थे लेकिन जवाहर हॉस्टल में एक साथ रहते थे।
तीनों कोटा में रहकर इंजीनियर बनने का सपना देख रहे थे और कोचिंग ले रहे थे। गुरुवार शाम तीनो घुमने स्ट्रेस भगाने के लिए गेपारनाथ आ गए। यहां पर तीनों ने इंज्वॉय किया। इस दौरान गेपारनाथ में बने करीब चालीस फीट गहने तालाब के नजदीक से गुजरते समय ही हादसा हो गया।
तालाब के पास से गुजरते समय तीनों में से एक का पैर फिसल गया। और वह गहरे तालाब में गिर गया तो दूसरा उसे बचाने के लिए कूद गया, वहीं उनका तीसरा दोस्त मदद के लिए चीखता रहा लेकिन मदद नहीं मिली।
वह खुद भी तैरना नहीं जानता था इसलिए तालाब में नहं कूदा। दोनो की उसके सामने ही मौत हो गई। देर रात इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने बताया कि।
आज सवेरे स्कूबा डाईवर्स ने नैतिक और रवि की लाशों को बाहर निकाल लिया है। मयंक का हाल बेहाल है। दोनो के परिजनों को सूचना दे दी गई है। बिहार और एमपी से बच्चों के शव लेने के लिए परिजन रवाना हो गए हैं।
रवि और नैतिक जिन कोचिंग में पढ़ते थे उन कोचिंग में आज दोनो बच्चों की मौत के बाद अवकाश कर दिया गया है। रवि के पिता और नैतिक के परिजन दोपहर तक कोटा पहुंच रहे हैं।
कोटा में दोनो बच्चों की मौत के बाद से अस्पताल के बाहर उनके साथियों और अन्य लोगों की भीड़ जमा हो रही है। इस मामले में पुलिस ने फिलहाल किसी पर भी कोई केस दर्ज नहीं किया है। दोनो के परिजनों के आने के बाद ही दोनो के पोस्टमार्टम किए जाने हैं।
Admin4
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