झुंझुनू: राजस्थान के झुंझुनू जिले में आंगनवाड़ी केंद्र को लेकर हड़कंप मच गया है. झुंझुनूं प्रभारी सचिव डाॅ. समित शर्मा के दौरे के बाद अब कार्रवाई का दौर शुरू हो गया है. जिलाधिकारी चिन्मयी गोपाल ने एक दिवसीय दौरे के दौरान आंगनबाडी केंद्र पर मिली खामियों को लेकर छह अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. विभाग ने एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को निलंबित करने के अलावा महिला एवं बाल विकास विभाग की महिला पर्यवेक्षक सोनिका मोटसरा को निलंबित करने की सिफारिश की है.
जिलाधिकारी चिन्मयी गोपाल ने बताया कि प्रभारी सचिव डाॅ. समित शर्मा ने सोमवार को जिले का दौरा किया। इस दौरान नवलगढ़ के मानसिंहका स्कूल में संचालित वार्ड नंबर 21 के आंगनवाड़ी केंद्र पर बड़ी लापरवाही मिली. यहां पंजीकृत नौ बच्चों में मात्र तीन बच्चे मिले। पिछले डेढ़ साल से बच्चों का वजन नहीं लिया गया है। खिलौने बोरों में बंद थे। साथ ही ग्रोथ चार्ट व रजिस्टर भी संधारित नहीं किया गया था. इसके अलावा वजन मापने और लंबाई मापने वाले उपकरणों को भी सील कर दिया गया। जिस पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मंजूद देवी को निलंबित कर दिया गया है।
महिला पर्यवेक्षिका को निलंबित करने की अनुशंसा की गयी: इस केंद्र के विजिट रजिस्टर में महिला पर्यवेक्षक सोनिका मोटसरा का विजिट दर्ज था। जिन्हें ऐसी कोई कमी नजर नहीं आई। इसलिए उन्हें भी निलंबित करने की अनुशंसा की गयी है. वहीं, निरीक्षण में कमी पर नवलगढ़ सीडीपीओ मंजू मील और आईसीडीसी के उपनिदेशक बृजेंद्र सिंह राठौड़ को भी कारण बताओ नोटिस दिया गया है. इसके अलावा नवलगढ़ के मानसिंहका स्कूल में 16 कक्षाओं पर ताले लगे मिले। बच्चे टीन शेड में मिले। डीईओ माध्यमिक सुभाष ढाका, सीबीईओ नवलगढ़ अशोक शर्मा और स्कूल के प्रिंसिपल को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है।
जिलाधिकारी चिन्मयी गोपाल ने बताया कि प्रभारी सचिव डाॅ. समित शर्मा की बैठक में अनुपस्थित पिलानी ईओ प्रियंका बुडानिया को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। जिलाधिकारी चिन्मयी गोपाल ने बताया कि इसके अलावा प्रभारी सचिव डाॅ. समित शर्मा से मिले निर्देश और कई मामले सामने आए हैं. जिसकी जांच की जा रही है. जरूरत पड़ी तो लापरवाही बरतने या नियम विरुद्ध कार्य करने पर अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों को भी नोटिस जारी किए जाएंगे।