x
बड़ी खबर
राजसमंद। सोमवार की सुबह इस सीजन का सबसे घना कोहरा छाया रहा। कोहरे के कारण सुबह 11 बजे तक धूप चांदनी की तरह रही। इससे जनजीवन प्रभावित रहा। जिले के दोनों फोरलेन गामती-उदयपुर और राजसमंद-भीलवाड़ा मेला लेन पर वाहन चालकों को वाहनों की हेडलाइट जलाकर चलना पड़ा। शहर में भी कोहरे के कारण लोगों की दिनचर्या देर से शुरू हुई। रविवार की रात करीब तीन बजे से कोहरा छंटना शुरू हुआ। सुबह तक यह गाढ़ा हो गया। मौसम विज्ञानियों के अनुसार कोहरा जमीन से 8 फीट ऊपर से था। यह रबी फसलों के लिए फायदेमंद होगा। कोहरे के कारण लोग सुस्त रहे और दिनचर्या देर से शुरू हुई। कोहरे के कारण मॉर्निंग वॉक पर जा रहे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। राजसमंद-भीलवाड़ा व गोमती-उदयपुर फोरलेन पर घने कोहरे के कारण वाहन चालकों ने अपनी हेडलाइट जला रखी थी. कोहरे के कारण वाहन चालकों को वाहन चलाने में काफी परेशानी हुई।
सुबह नौ बजे तक 15 फीट की दूरी भी साफ नजर नहीं आ रही थी। इसका असर सुबह 11 बजे तक बना रहा। दोपहर 12 बजे के बाद कोहरा छंटने के बाद हल्की धुंध छाई रही। इसके साथ ही शीतलहर ने सर्दी बढ़ा दी। कोहरे से खेती में होगा फायदा मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों तक कोहरा छाया रहेगा. ट्रैफिक में भी परेशानी हो सकती है। माैसम वैज्ञानिक ने बताया कि आने वाले दिनों में अगर अच्छा कोहरा रहता है तो यह कृषि के लिए अच्छा है। गेहूं की फसल को होगा फायदा। कोहरे से अधिकतम व न्यूनतम तापमान में गिरावट इस मौसम के पहले घने कोहरे के कारण अधिकतम व न्यूनतम तापमान में गिरावट आई। जहां रविवार को अधिकतम तापमान 26 डिग्री और न्यूनतम तापमान 7.5 डिग्री रहा। वहीं, सोमवार को घने कोहरे के कारण अधिकतम तापमान 4.8 डिग्री गिरकर 21.2 डिग्री पर आ गया। जबकि न्यूनतम तापमान 2.5 डिग्री की गिरावट के साथ 5 डिग्री पर आ गया। सोमवार को अधिकतम व न्यूनतम तापमान में गिरावट से सर्दी पूरी तरह से बढ़ गई है। शाम को सूर्यास्त के बाद एक बार फिर शीतलहर शुरू हो गई। देवगढ़ | सोमवार सुबह कोहरे के कारण शहर के सामने आने वाले वाहन दिखाई नहीं दे रहे थे।
सुबह 4 बजे के बाद कोहरा छटा, दोपहर 12 बजे तक धूप भी निकली। कोहरे के कारण दृश्यता भी 10 मीटर रह गई। रेल मगरा। अनुमंडल क्षेत्र में दिन की शुरुआत कोहरे से हुई। इस सर्दी के मौसम में पहली बार घना कोहरा देखा गया। रात 10 बजे तक पूरा इलाका घने कोहरे की चादर से ढका रहा, जिसके बाद बादलों के साथ सूरज की लुकाछिपी का दौर चलता रहा और धीरे-धीरे कोहरा छंटने लगा और दोपहर तक कोहरा पूरी तरह साफ हो गया और आसमान में बादल छाए रहे। दिन। जिससे ठंड के कारण गलन बढ़ गई और आम आदमी की धुजानी छूट गई। इस दौरान आम लोगों ने ठंड से राहत के लिए दूसरे साधनों का सहारा लिया। समामेलन के कारण विद्यालयों में छोटी कक्षाओं में उपस्थिति भी कम रही। कोहरे के कारण अनुमंडल क्षेत्र से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई. सड़क और खेतों के बीच दो फुट की दूरी भी नजर नहीं आ रही थी, जिससे किसानों को खेतों में काम करना मुश्किल हो रहा था।
Next Story