राजस्थान

मनरेगा श्रमिकों को समय पर काम मिलें इसमे किसी भी प्रकार की लापरवाही ना हो — ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री

Tara Tandi
21 Jun 2023 12:27 PM GMT
मनरेगा श्रमिकों को समय पर काम मिलें इसमे किसी भी प्रकार की लापरवाही ना हो — ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री
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ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री श्री रमेश मीणा ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि पंचायती राज विभाग की योजनाओं मे प्रगति लायें साथ ही कार्यो को समय पर पूर्ण किया जाना सुनिश्चित करें।उन्होने कहा कि मनरेगा के तहत पंजीकृत नरेगा श्रमिकों के जॉब कार्ड निरस्त कर दिये जाते है यह गंभीर मामला है। । पंचायतीराज विभाग के जो भी कार्य है उनकी गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाये।उन्होने कहा कि करौली मे जो विकास कार्य हो वे एक मॉडल के रूप मे हो जिससे कि आमजन को लगे कि करौली मे विकास कार्य तेजी से हो रहे है। उन्होने संबंधित अधिकारियों को ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग के जितने भी कार्य है वे समयबद्ध रूप से हो।
ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री बुधवार को करौली जिले के कलैक्ट्रेट सभागार में पंचायती राज विभाग की संचालित योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने वन विभाग की जो वाटिकाऐं संचालित हो रही है उनकी जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें उन्होने मंडरायल क्षेत्र मे पीएम कृषक सिचांई योजना द्वितीय के कार्य समय पर प्रारंभ हो और इनका विशेष ध्यान रखा जाये।उन्होने वाटर शेड जल ग्रहण विकास के कार्यो मे गति लाने एवं उनकी गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखकर मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिये। उन्होने सांसद एवं विधायक निधि कोष से जो विकास कार्य स्वीकृत किये गये है वह समय पर नही हो रहे है इनका विशेष ध्यान रखा जाये इन कार्यो को प्राथमिकता से पूर्ण करें जिससे कि आमजन को विकास कार्यो का लाभ मिले।
उन्होने पीएम आवास योजना के लाभार्थियों को बकाया किश्ते शीघ्र जारी करने के साथ साथ योजना का भौतिक सत्यापन 15 दिवस मे राज्य स्तर से कराने के भी निर्देश दिये। उन्होने मनरेगा, पीएम आवास योजना एवं मनरेगा श्रमिकों की आधार सीडिंग, जन भागीदारी, मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम, सांसद आर्दश गांव विकास योजना, डांग विकास, स्वविवेक योजना, जल ग्रहण विकास सहित पंचायतीराज विभाग की अन्य योजनाओं की विस्तार से समीक्षा की।
महिलाऐं आत्मनिर्भर बनकर स्वावलंबी बनेः-
ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री ने बुधवार को राजीविका के तहत स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से उनके प्रगति के बारे मे जानकारी ली। उन्होने कहा कि महिलाऐं जो अचार, पापड, सिलाई, बुनाई जैसे अन्य कार्य कर लाभ प्राप्त कर रही है उसमे वृद्धि करें और ऐसे डेयरी, पशुपालन आदि क्षेत्रों मे भी कार्य करें तो निश्चित ही उन्हे अधिक लाभ मिलने लगेगा क्योकि अचार पापड जैसे छोटे छोटे कार्यो मे कम बचत होती है लेकिन उसी की अच्छी पैंकिग कर अधिक से अधिक माल की खपत करेंगी तो कम बचत मे भी अधिक लाभ होगा।वैसे महिलाऐं जागरूक हो रही है और स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से बैंको से भी ऋण प्राप्त कर व्यापार बढा रही है और सशक्त और स्वावलंबी बनने की दिशा मे अग्रसर हो रही है। उन्होने इस संबंध मे अधिकारियों को निर्देश दिये कि महिलाओं को नये नये व्यापार के बारे मे अवगत कराये और बैंको से जोडकर ऋण दिलाये और उन्हे सशक्त बनाने की दिशा मे अग्रसर करें।इसके अलावा उन्होने महिलाओं को इस प्रकार के व्यापार के लिये जगह उपलब्ध करवाने के संबंध मे जिला कलेक्टर से चर्चा की।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अभय कुमार ने कहा कि ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज का जो बजट दिया है उसका सही उपयोग हो और विकास धरातल पर दिखे। उन्होने अधिकारियों को कार्यो मे प्रगति लाने के निर्देश दिये। शासन सचिव श्रीमती मंजू राजपाल ने कहा कि कई योजनाओं के क्रियान्वयन मे कुछ जिले ऐसे है जो अच्छा कर रहे है कुछ ऐसे जो अच्छा नही कर रहे है उसका समाधान किस प्रकार किया है इसके लिये उन्होने अधिकारियों से एक दूसरे से प्रेरित होेकर करौली जिले मे विकास कैसे किया जाये उस पर लक्ष्य निर्धारित करते हुए विकास कार्यो को करे। पंचायतीराज विभाग की निदेशक श्रीमती रश्मि गुप्ता, मनरेगा आयुक्त श्रीमती शिवानी स्वर्णकार ने भी पंचायती राज विभाग की योजनाओं मे प्रगति लाने के निर्देश भी दिये।
बैठक में करौली जिला कलक्टर श्री अंकित कुमार सिंह, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री रिषभ मंडल ने पॉवर प्रेंजेटशन के माध्यम से पंचायती राज विभाग की संचालित योजनाओं की विस्तार से प्रगति के बारे में अवगत कराया। बैठक में जिले की सभी पंचायत समितियों के प्रधान, विकास अधिकारी सहित ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग से जुडे अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
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