श्रीगंगानगर: श्रीगंगानगर पुरानी आबादी क्षेत्र एक बार िफर ‘रामनगर’ के अपने पुराने नाम से जाना जाएगा। इसे लेकर एक बार फिर से नगर परिषद ने प्रयास शुरू किए हैं। गुरुवार को कोडा चौक के पास एंट्री गेट तैयार करने के लिए काम शुरू हुआ। जबकि ऐसा ही एक गेट ट्रक यूनियन पुलिया के पास भी बनाया जाना था। वहां भी पिल्लर तैयार कर दिए, लेकिन काम कब शुरू होगा अभी भी कहना मुश्किल है। यहां बिजली की तारें अंडर ग्राउंड करनी थी, यह काम आज तक पूरा नहीं हुआ। ऐसे में एंट्री गेट का काम शुरू नहीं हो पा रहा। स्थानीय लोगांे का आरोप है कि बिना प्लानिंग के काम किए जाते हैं। कौडा चौक के पास भी करीब तीन माह पहले जेसीबी से गहरा गड्ढा खोदा गया। लेकिन बाद काम बंद कर चले गए। इस पर स्थानीय दुकानदारों के साथ ही वाहन चालकों को खासी परेशानी झेलनी पड़ी। इस पर सभापति व आयुक्त को शिकायत के बाद यह गड्ढा भर दिया। वहीं ट्रक यूनियन पुलिया के पास भी बीते 6 माह से काम बंद है।
रामनगर एंट्री गेट निर्माण के लिए नगर परिषद ने 24 नवंबर, 2021 को निविदा जारी की थी। 25 लाख रुपए का दोनों गेटों के निर्माण के लिए तकमीना तैयार किया गया। 24 जनवरी, 2022 को जय लक्ष्मी कंस्ट्रक्शन कंपनी को 8.39 प्रतिशत बिलो पर 22.90 लाख रुपए में वर्कऑर्डर जारी हुआ। तत्कालीन आयुक्त सचिन यादव ने फर्म को 23 मई, 2022 तक कार्य पूरा करने के निर्देश दिए थे।
इस दौरान नेताओं ने कई घोषणाएं भी की थी। बताया गया कि पुरानी आबादी के 22 वार्डों के लोग जब इस रामनगर गेट से आवागमन करेंगे तो इलाके की पहचान पर गर्व होगा। इन 19 माह में एक भी गेट नहीं बन पाया। रही सही कसर जोधपुर डिस्कॉम ने पूरी कर दी। परिषद अधिकारियों का कहना है कि जोधपुर डिस्कॉम ने 28 दिसंबर, 2022 को 12.75 लाख रुपए का डिमांड परिषद को भेजा। इस पर परिषद ने राशि जमा भी करा दी। इसके बाद भी आज तक बिजली की तारें अंडरग्राउंड नहीं की गईं।