राजस्थान

बुराई पर अच्छाई की जीत का उत्सव विजयदशमी के रूप में मनाया

Admin4
6 Oct 2022 2:55 PM GMT
बुराई पर अच्छाई की जीत का उत्सव विजयदशमी के रूप में मनाया
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आज बुराई पर अच्छाई की जीत को विजयदशमी के रूप में मनाया जा रहा है। कोरोना काल के दो साल बाद आज सभी शहरों और कस्बों में दशहरा मेले लगे. इस बार रावण का पुतला दहन देखने के लिए उमड़ी भीड़ असल में उम्मीद से कहीं ज्यादा थी. इस बार शहर के दशहरा मैदान में 72 फीट के रावण के पुतले का दहन किया गया.

आपको बता दें कि दशहरा मेले को लेकर स्थानीय प्रशासन की ओर से तमाम तरह के इंतजाम किए गए थे. पुतलों से करीब 100 फीट की दूरी पर बैरिकेड्स लगा दिए गए, ताकि दहन के समय भीड़ को पुतले से दूर रखा जा सके। सूर्यास्त के समय रावण का पुतला जलाने से राम के जयकारे और रावण के विनाश के जयकारे गूंज उठे। पटाखों की आवाज से पूरा मैदान गूंज उठा। दहन के बाद इस बार आकाशीय आतिशबाजी का भव्य नजारा देखने को मिला। दो साल बाद दशहरा मेले में उमड़ा उत्साह रावण पुतला दहन के बाद पुलिस-प्रशासन यातायात व्यवस्था को संभालने में जुट गया. इस दौरान मुख्य अतिथि छोटी सादरी उपाध्यक्ष विक्रम अंजना, नगर पालिका अध्यक्ष सुभाष शारदा, नगर उपाध्यक्ष परवेज अहमद, पार्षद ओम बाहेती, ओम शर्मा, रवि प्रकाश सोनी मौजूद रहे.

दरअसल विजयादशमी अपने आप में एक ऐसा दिन है जो सभी शुभ कार्यों की शुरुआत के लिए बेहद शुभ माना जाता है। आज लोग न केवल नए प्रतिष्ठान, कार्यालय, उद्योग और व्यवसाय स्थापित करते हैं, आज लोग खरीदारी भी खूब करते हैं। इस दिन को शुभ मानकर दोपहिया, फोन व्हीलर, टीवी-फ्रीज सहित दैनिक जीवन में उपयोग होने वाली वस्तुओं की खरीदारी भी की गई है।

न्यूज़ क्रेडिट: aapkarajasthan

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