राजस्थान

CA बनकर अधिक ब्याज दिलाने का झांसा दे रहा था ठग

Meenakshi
28 July 2023 7:08 AM GMT
CA बनकर अधिक ब्याज दिलाने का झांसा दे रहा था ठग
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जोधपुर: उदयमंदिर थाना पुलिस ने कचहरी परिसर में एसबीआइ की मुख्य शाखा में सीए बनकर (Fake CA) ऊंची दर से ब्याज दिलाने का झांसा देकर तीन लाख रुपए ऐंठने व फर्जी स्लिप और धोखे से बैंक की सील लगाने के आरोपी को कोटा से गिरफ्तार किया। ठगी की राशि जमा करवाने वाले बैंक खाता सील कराया गया है। उदयमंदिर थाना पुलिस की सूचना पर कोटा में भीमगंज मण्डी थाना पुलिस ने गत दिनों उसे गिरफ्तार किया था।पुलिस उपायुक्त (पूर्व) डॉ अमृता दुहन ने बताया कि प्रकरण में सीसीटीवी फुटेज व मोबाइल नम्बर के आधार पर आरोपी की तलाश शुरू की गई। साइबर सैल के एएसआइ राकेशसिंह की सूचना पर आरोपी के कोटा में कोटा रेलवे जंक्शन होने व यूपी भागने की फिराक में होने का पता लगा।

थानाधिकारी लेखराज सिहाग की सूचना कोटा की भीम गंज मण्डी थाना पुलिस ने उसे पकड़ लिया। वर्ष 2021 में एक ठगी में वांछित होने पर भीम गंज मण्डी थाना पुलिस ने मध्यप्रदेश में भोपाल निवासी बृह कुमार वाधवानी पुत्र संतोष कुमार सिंधी को गिरफ्तार किया। उसे बुधवार को जेल भिजवाया गया। पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट लेकर बुधवार को कोटा जेल से भोपाल निवासी बृज कुमार वाधवानी (60) को गिरफ्तार किया। जोधपुर लाकर उससे पूछताछ की गई। जांच के बाद उसे गुरुवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेजने के आदेश दिए गए। कार्रवाई में एएसआइ बींजाराम, हेड कांस्टेबल महेश कुमार, कांस्टेबल अकरम खान, कमलेश कुमार, खुशालराम आदि शामिल थे।

जमा करवाने की बजाय बैंक सील लगा रुपए ऐंठेकलाल कॉलोनी गली-1 निवासी रामेश्वरलाल खटीक 70 ने गत 18 जुलाई को एसबीआइ कचहरी परिसर शाखा में चेक से तीन लाख रुपए निकाले थे। पास में बैठे बृज कुमार वाधावानी ने खुद को सीए बताया व अधिक ब्याज दिलाने की झूठी स्कीम बताई। बातों में आने पर आरोपी ने फर्जी स्लिप में तीन लाख रुपए भरे। उस जमा स्लिप पर चोरी-छुपे बैंक की सील भी लगा दी थी और रुपए हड़प लिए थे।। फिर वृद्ध को फोटो कॉपी करवाने के बहाने बाहर भेजकर पीछे खुद गायब हो गया था। वृद्ध बैंक कर्मचारी के पास स्लिप लेकर पहुंचे तो धोखाधड़ी का पता लगा था।

दो अंक आगे पीछे कर मोबाइल नम्बर बदले

पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से जांच की तो आरोपी के बैंक से होकर रेलवे स्टेशन के पास रिजर्वेशन कार्यालय जाने का पता लगा था। जांच में रिजर्वेशनस्लिप पर नाम व मोबाइल नम्बर फर्जी निकले। वारदात से पहले वह जोधपुर आकर प्रतीक्षालय में रूका था। उस दौरान के मोबाइल नम्बर जांचें गए, लेकिन वो भी फर्जी निकले। पुलिस ने मोबाइल नम्बर के अंतिम दो अंक आगे पीछे कर जांच की तो सही नम्बर मिल गए थे। जिस पर उसकी फोटो भी लगी थी। उसी से वह पहचान में आ गया था। पुलिस ने लोकेशन निकलवाई तो कोटा रेलवे जंक्शन की मिली थी। उदयमंदिर थाना पुलिस की सूचना पर भीमगंज मण्डी थाना पुलिस ने उसे पकड़ लिया था।

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