राजस्थान
कृषि अधिकारियों की टीम ने फसलों में कीट - रोग प्रकोप का लिया जायजा कृषि अधिकारियों ने बाजरे की फसल
Tara Tandi
11 July 2023 12:03 PM GMT
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कृषि अधिकारियों की जिला स्तरीय टीम ने मंगलवार को रलावता , रामपुरा , गांगलियावास गांवो का क्षेत्र भ्रमण कर खरीफ फसलों में कीट - रोग प्रकोप का जायजा लिया।
सहायक निदेशक कृषि विस्तार दौसा नवल किशोर मीना ने बताया कि भ्रमण के दौरान बाजरे की फसल में सफेद लट का प्रकोप देखने को मिला है। अधिकारियों द्वारा किसानों को सफेद लट नियंत्रण की तकनीकी सलाह दी गई एवं सहायक कृषि अधिकारी एवं कृषि पर्यवेक्षकों को निर्देशित किया है कि फील्ड भ्रमण कर किसानों को सफेद लट नियंत्रण की आवश्यक तकनीकी सलाह देवे ।
बाजरे की खड़ी फसल में सफेद लट का नियंत्रण इस प्रकार करें किसान
कृषि अनुसंधान अधिकारी(शस्य) दौसा डॉ. सावित्री शर्मा ने बताया कि खरीफ की अधिकांश फसलों में सफेद लट का प्रकोप होता है इसकी प्रौढ़(भृंग) व लट अवस्था दोनों ही नुकसान करती है। फसलों में लट द्वारा जड़ो को काटकर नुकसान किया जाता है जबकि पेड़ पौधों में प्रौढ़ द्वारा पत्तियां खाकर नुकसान पहुंचाया जाता है।इसकी लट द्वारा बाजरे के पौधो की जड़ो को खाकर नष्ट कर दिया जाता है जिससे पौधे पीले पड़कर धीरे - धीरे सूख जाते है । बाजरा , मूंगफली की खड़ी फसल में सफेद लटके नियंत्रण हेतु किसान क्यूनालफॉस 25 ई सी 4 लीटर दवाई या इमिडाक्लोप्रिड 17.8 एस एल प्रति हैक्टेयर की दर से सिंचाई के पानी के साथ देवें या दवाई की इस मात्रा को 82 से 100 किलोग्राम सूखी बजरी या खेत की साफ मिट्टी अच्छी तरह मिलाकर पौधों की जड़ों के आसपास डाल दें और फिर हल्की सिंचाई करें जिससे कीटनाशी पौधों की जड़ों तक पहुंच जाए ।
उन्होने बताया कि सिंचाई की व्यवस्था नहीं होने पर किसान दवाई का प्रयोग वर्षात से पहले करें ताकि वर्षात होने पर कीटनाशी घुलकर जड़ क्षेत्र तक पहुंच जाए ताकि जड़ क्षेत्र में लगी हुई सफेद लट का नियंत्रण हो सके खड़ी फसल में उपचार मानसून की प्रथम अच्छी बरसात के साथ ज्यादा संख्या में भृंग निकलने के 21 दिन की सीमा में करना लाभदायक रहता क्योकि इस समय अवधि में सफेद लट की अवस्था को नियंत्रण किया जा सकता है। इस अवधि के बाद लट की दूसरी व तीसरी अवस्था चालू हो जाती है जिसका नियंत्रण करना काफी मुश्किल रहता है।
इस अवसर पर प्रभारी अधिकारी एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र दौसा डॉ. बी एल जाट , कृषि पर्यवेक्षक रलावता रेखा शर्मा व किसान मौजूद रहे।
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Tara Tandi
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