आगरा में आज भी रखा जाता है मुगलकालीन फूलों का ताजिया, अजमेर से मंगाए जाते हैं गुलाब के फूल
आगरा. आज यानी 5 अगस्त 2022 को इस्लामी नए साल के पहले महीने मुहर्रम की 6 तारीख है. मुहर्रम को लेकर अजादारों ने तैयारियां कर ली हैं. शिया हजरात के इमामबाड़ों में मजलिसों का दौर शुरू हो गया है तो चौकियों और इमामबाड़ों में ताजियों को रखने की तैयारी की जा रही है. जैसे ही मुहर्रम की सात तारीख हो जाएगी तो ताजियों को रख दिया जाएगा. उत्तर प्रदेश के आगरा में करीब दो हजार से ज्यादा ताजिये रखे जाते हैं, मगर इनमें सबसे एतिहासिक पाए चौकी पर रखा जाने वाला फूलों का ताजिया है. ये ताजिया मुगलकाल से ही रखा जा रहा है, इसके लिए गुलाब के फूलों को अजमेर शरीफ से मंगाया जाता है. इसकी एतिहासिकता क्या है, क्यों इस पर सबसे ज्यादा अकीदतमंद हाजिरी लगाने के लिए आते हैं, आगरा में और कौन-कौनसे ताजिये हैं, जिनकी बनावट दूसरों से अलग है...इन सब बातों को जानने के लिए इस खबर को पूरा पढ़ें...