उदयपुर: हेड कॉन्स्टेबल पर उसकी दूसरी पत्नी ने रेप और 3 महीने का गर्भ गिराने का आरोप लगाया है। इसकी रिपोर्ट भी दर्ज कराई है। आरोप यह भी है कि झूठी जानकारी देकर उससे शादी की। उधर, आरोपी पति हेड कॉन्स्टेबल का आरोप है कि डेढ़ लाख रुपए का आईफोन नहीं दिलाया तो पत्नी ने अबॉर्शन करा लिया। पति ने एक दूसरे कॉन्स्टेबल पर भी आरोप लगाया है। कहा कि उसी के साथ मिलीभगत कर पत्नी ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। यह पूरा मामला उदयपुर का है। आरोपी 34 वर्षीय हेड कॉन्स्टेबल (पति) पहाड़ा थाना क्षेत्र का रहने वाला है। 25 साल की पीड़िता खेरवाड़ा थाना क्षेत्र की रहने वाली है। पीड़िता ने रिपोर्ट में बताया कि हेड कॉन्स्टेबल पहले से शादीशुदा है। 1 अप्रैल को दोनों ने जोधपुर के आर्य समाज में शादी की थी। हेड कॉन्स्टेबल ने शादी से पहले ये कहा था कि उसका पहली पत्नी से तलाक हो चुका है। हकीकत यह है कि तलाक नहीं हुआ है। उसने झूठ बोलकर मुझसे शादी की।
हेड कॉन्स्टेबल मुझे अपराधियों की तरह पीटता है। 4 दिन पहले 20 जुलाई को भी मुझे बुरी तरह से पीटा था। उसने मेरे पेट में लात मारी। इसके बाद ब्लीडिंग हुई। मैंने उदयपुर के प्राइवेट हॉस्पिटल में टेस्ट करवाया। पता चला कि बच्चे का मूवमेंट बंद हो गया है। डॉक्टरों ने अबॉर्शन कराने की सलाह दी। मैं बच्चे को जन्म देना चाहती थी। पिटाई के कारण गर्भ में पल रहे बच्चे को चोट लगी और वह गर्भ में ही मर गया। रविवार को मैंने सविना थाने में रेप और गर्भ गिराने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। इस मामले में हेड कॉन्स्टेबल का कहना है- मेरी पत्नी ने मेरे साथी कॉन्स्टेबल के साथ मिलकर मुझे फंसाया है। 22 जुलाई शनिवार शाम करीब 7 बजे में पत्नी को उदयपुर से सलूम्बर ले जा रहा था। मेरे साथी कॉन्स्टेबल ने मेरी गाड़ी का पीछा किया। इस दौरान कई बार रोड पर मेरी गाड़ी के सामने खुद की गाड़ी लगाने की कोशिश की। जैसे-तैसे उससे बचकर निकला। इसके बाद 23 जुलाई को जावर माइंस थाने में कॉन्स्टेबल और उसके अन्य साथियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था।
हेड कॉन्स्टेबल का कहना है कि 8 मई 2023 को मेरी पत्नी संबंधित कॉन्स्टेबल (जिसके खिलाफ मामला दर्ज करवाया है) के खिलाफ हिरण मगरी थाने में रेप का मामला दर्ज करा चुकी है। उसे ये लगता था कि ये मामला मेरे कहने पर दर्ज हुआ। इसलिए उसने मुझे मेरी ही पत्नी के साथ मिलकर इस केस में फंसाया। हकीकत ये है कि मेरी पत्नी डेढ़ लाख रुपए का आईफोन मांग रही थी। जब मैंने उसे दिलाने से मना कर दिया तो 4 दिन पहले जाकर उसने अबॉर्शन करवा लिया। आरोप लगाने वाली पीड़िता अपने दामाद के पक्ष में आई है। उसका कहना है कि मेरी बेटी ने दामाद पर झूठे आरोप लगाए हैं। बेटी ने कॉन्स्टेबल के साथ मिलकर ये षड्यंत्र रचा है। वह उसे 7 साल से जानती थी। इसलिए एसपी से मुलाकात कर इस मामले की जांच करवाने की गुहार करेंगे। मां के इस आरोप पर पीड़ित बेटी का कहना है कि कॉन्स्टेबल उसका मुंह बोला भाई है।