राजस्थान

झोलाछाप डॉक्टर ने बालिका को लगाया हाईडोज इंजेक्शन

Shantanu Roy
1 Aug 2022 7:02 PM GMT
झोलाछाप डॉक्टर ने बालिका को लगाया हाईडोज इंजेक्शन
x
बड़ी खबर

गोविन्दगढ़। झारेडा में एक झोलाछाप डॉक्टर ने 5 वर्षीय बालिका तबसूम के लिए नासूर बन गया। हाइडोज की दवा देने के बाद पहले संक्रमण से बालिका तबसूम की मौत हो गई। मृतक बालिका तबस्समुम के पिता ने बताया कि उसकी लड़की को 29 जुलाई को बुखार आया था। गांव में निजी चिकित्सक के पास बालिका को दिखाने ले गया। डॉक्टर ने कुछ दवाई दी व इंजेक्शन लगा दिए। जिसके बाद मृतका तबस्सुम शरीर में संक्रमण फैल गया तो सुबह उसे गोविंदगढ़ अस्पताल लेकर गए जहां बच्ची ने अपना दम तोड़ दिया था।

मृतक बालिका के परिजनों ने गोविंदगढ़ थाने में कोई मामला दर्ज नहीं कराया गया। पुलिस को इस मामले की जानकारी भी चिकित्सा विभाग द्वारा नहीं दी गई और गुपचुप तरीके से बालिका के शव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से रवाना कर दिया गया। बालिका की मौत के बाद झोलाछाप डॉक्टर अपनी दुकान बंद करके फरार हो गया। बताया जा रहा है कि झोलाछाप डॉक्टर हरियाणा का निवासी था जो पिछले 3 माह से गांव में चिकित्सक का कार्य कर रहा था।
गोविंदगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों को बाहर की महंगी दवाइयां लिखी जाती है। एक मरीज को के लिए 500 रुपए से कम दवाई नहीं लिखी जाती इसलिए ग्रामीण झोलाछाप डॉक्टरों की शरण में जाकर इलाज लेते हैं। चिकित्सकों के द्वारा बाहर की दवा लिखने को लेकर पूर्व में भी विधायक साफिया खान तथा बी सीएमएचओ से भी स्थानीय लोगों के द्वारा शिकायत की गई थी लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। गोविंदगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत तकरीबन सैकड़ों से अधिक झोलाछाप डॉक्टर इलाज कर रहे हैं जो कि मरीजों को बोतल तक चढ़ा देते हैं प्रभारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को जानकारी होने के बाद भी इस और कोई कार्यवाही नहीं करते। इस संबंध में मंतूराम चौधरी प्रभारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोविंदगढ़ का कहना है कि बच्ची को गलत दवाई देने की वजह से शरीर में संक्रमण फैल गया और उसकी मृत्यु हो गई। लड़की अस्पताल में आने से पहले ही मर चुकी थी।
Next Story