नागौर: गांव खामियाद में एक युवक की हुई हत्या को लेकर बुधवार को तीसरे दिन प्रशासन व परिजनों के बीच बनी सहमति के बाद धरना समाप्त किया गया। प्रेमाराम बावरी की हत्या के मामले में एसडीएम सुप्रिया कालेरा, तहसीलदार सुरेंद्र , एसएचओ मुकेश कुमार वर्मा राजकीय अस्पताल में मोर्चरी के सामने जारी धरना स्थल पर पहुंचे। परिजनों व प्रशासन के बीच वार्ता हुई। परिजनों की तरफ से दिए गए सात सूत्री मांगों के ज्ञापन पर प्रशासन ने स्वीकृति दी।
एसडीएम सुप्रिया ने बताया कि एफआरआई दर्ज की जा चुकी है और पुलिस ने पांच लोगों को डिटेन भी किया है। एसपी जय यादव के नेतृत्व में मामले की जांच के लिए 10 सदस्यों की टीम गठित की है। पीड़ित परिवार की आर्थिक सहायता के लिए नियमानुसार सरकार को रिपोर्ट भेजी गई है। मृतक की बेटी को संविदा के आधार पर नगरपालिका में कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी दे जाएगी। तीन दिन बाद मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंपा गया। इस दौरान जसवंत थाने के एसएचओ अजय कुमार मीणा, एडवोकेट हरीश मेहरड़ा, मंजीत पाल सिंह सांवराद, नंदकिशोर स्वामी आदि मौजूद रहे। दूसरी तरफ एडवोकेट हरीश मेहरड़ा ने बताया कि हत्या के मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करने पर 21 दिनों के बाद एसडीएम कार्यालय के सामने वापस धरना दिया जाएगा।