राजस्थान

मोहिनीअट्टम शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुति ने बांधा समा, कुम्भलगढ फेस्टिवल के पहले दिन दिखे दक्षिणी संस्कृति के रंग

Gulabi Jagat
2 Dec 2022 2:30 PM GMT
मोहिनीअट्टम शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुति ने बांधा समा, कुम्भलगढ फेस्टिवल के पहले दिन दिखे दक्षिणी संस्कृति के रंग
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Source: aapkarajasthan.com

राजसमंद न्यूज़, कुम्भलगढ़ महोत्सव के पहले दिन शाम को दक्षिणी संस्कृति के रंग देखने को मिले। दिल्ली से अपनी 10 सदस्यीय मंडली के साथ कुंभलगढ़ किले में पहुंचीं जयाप्रभा मेनन ने पृष्ठभूमि में एक चमकीले रोशनी वाले मंच पर सर्द शाम में भारतीय शास्त्रीय नृत्य मोहिनी अट्टम के विभिन्न रूपों की जीवंत प्रस्तुति के साथ माहौल को जीवंत कर दिया।
रमिता राजेश, अनन्या नायर, मृतुला नायर और राधिका मेनन सहित टीम के अन्य सदस्यों ने दमदार परफॉर्मेंस दी। उनकी टीम ने 4 से ज्यादा अलग-अलग परफॉर्मेंस दी हैं, जिन्हें देखने के लिए देश भर से कई टूरिस्ट भी यहां पहुंचे। पर्यटन विभाग द्वारा सभी कलाकारों का स्वागत भी किया गया।
पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान विष्णु ने समुद्र मंथन और भस्मासुर के वध की घटना के सिलसिले में लोगों का मनोरंजन करने के लिए "मोहिनी" का रूप धारण किया था। इस नृत्य में विष्णु की लीला और क्रिया को दर्शाया गया है। यह शास्त्रीय नृत्य श्रृंगार रस प्रमुख नृत्य शैली है।
इस शास्त्रीय नृत्य में दक्षिण की दो बेहद खूबसूरत नृत्य शैलियां भरतनाट्यम और कथकली का सुंदर संगम देखने को मिलता है। संचालन गिरधारी लाल शर्मा व ऋचा पनेरी ने किया।
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