उदयपुर न्यूज: शहर के रामपुरा में बीती रात बजरंग दल के विभाग संयोजक राजेंद्र उर्फ राजू परमार की हत्या का आरोपी मंगलवार को भी हाथ नहीं आया. घटना के दूसरे दिन मंगलवार सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक परिजनों सहित बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद व अन्य संगठनों के पदाधिकारियों ने करीब 8 घंटे तक विरोध प्रदर्शन किया और शव नहीं लेने पर अड़े रहे. मृत शरीर।
इस बीच पुलिस ने देर रात भिंडर इलाके से प्रह्लाद नामक युवक को गिरफ्तार कर लिया। इस युवक ने दोनों बदमाशों को पनाह देकर चित्तौड़गढ़ आने की बात कबूल की है, साथ ही बताया कि इनमें से एक का नाम प्रीतम है। पुलिस ने वह कार बरामद कर ली है, जिसमें उसने उन्हें छोड़ा था। कार चित्तौड़गढ़ इलाके में ही सड़क किनारे लावारिस हालत में खड़ी मिली।
रात करीब डेढ़ बजे पुलिस क्रेन की मदद से अंबामाता थाने पहुंची। सूत्र बताते हैं कि यह युवक एनडीपीएस एक्ट के तहत जेल में बंद था और एक माह पहले ही जेल से छूटकर आया था। घटना के कुछ घंटे के भीतर ही वल्लभनगर डिप्टी रवींद्र प्रताप सिंह, एडिशनल एसपी मुकेश सांखना, भिंडर थानाध्यक्ष मुकेश खटीक और खेरेड़ा थानाध्यक्ष पवन सिंह खेरेड़ा ने उसे पकड़ लिया.
इधर, हत्या के तार को जेल से जोड़ने की आशंका जताई जा रही है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक हत्या के बाद जब पुलिस ने जेल में छापेमारी की तो बैरक नंबर-9 के बाहर एक मोबाइल फोन मिला. परमार के विरोधी माने जाने वाले नामी गैंगस्टर दिलीप नाथ, इमरान कुंजरा आदि जेल में बंद हैं.