राजस्थान

चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के भरोसे जिले का एकमात्र आयुर्वेदिक आंचल प्रसूता केंद्र

Shantanu Roy
27 July 2023 11:53 AM GMT
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के भरोसे जिले का एकमात्र आयुर्वेदिक आंचल प्रसूता केंद्र
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राजसमंद। राजसमंद जिले का एकमात्र आयुर्वेदिक आंचल प्रसूता केंद्र इन दिनों चतुर्थ कर्मचारी के भरोसे चल रहा है। पिछले 7 माह से आयुर्वेदिक औषधालय में सभी पद खाली पड़े हैं। मौसमी बीमारियों के मरीजों को भटकना पड़ रहा है। आमेट ब्लॉक की सबसे बड़ी सरकारी आयुर्वेदिक औषधालय और जिले का एकमात्र आंचल प्रसूता केंद्र होने के बावजूद औषधालय में पिछले 7 माह से डॉक्टरों के दो और कंपाउंडर के दो पद रिक्त पड़े हैं। करीब 7 माह पहले चिकित्सक डॉ. माहिका कुमारी व कंपाउंडर देवी सिंह सोड़वाल के स्थानांतरण के बाद आज तक इस आयुर्वेदिक औषधालय में सरकार की ओर से किसी नये चिकित्सक व कंपाउंडर की ज्वाइनिंग नहीं हुई है.
जानकारी के मुताबिक करीब 4 साल पहले कोरोना काल में भी इस डिस्पेंसरी में डॉ.राधेश्याम गंगवाल के भरोसे ही यह डिस्पेंसरी चल रही थी. गंगवाल के बाद 5 माह के लिए महिला चिकित्सक डॉ. महिका कुमारी व कंपाउंडर देवी सिंह सोडवाल को नियुक्त किया गया। इन्हें भी यहां से स्थानांतरित कर अन्य स्थानों पर लगाया गया। जिसके बाद आज तक उक्त औषधालय में सभी पद रिक्त पड़े हैं। वर्तमान में हिम्मत सिंह कच्छावा ब्लॉक स्तरीय आयुर्वेदिक औषधालय में चतुर्थ कर्मचारी (परिचयकर्ता) के पद पर कार्यरत हैं। जिन्हें दवा देने या किसी भी तरह से जांच करने का कोई अधिकार नहीं है। ऐसे में इन दिनों मौसमी बीमारियों की अधिकता के चलते सैकड़ों की संख्या में मरीज आयुर्वेदिक दवा लेने आ रहे हैं।
लेकिन डॉक्टरों की कमी के कारण उन्हें किसी प्रकार का स्वास्थ्य लाभ नहीं मिल पाता है और मरीज भटकने को मजबूर हैं। जिले के एकमात्र क्षेत्रीय प्रसूति केंद्र में महिला चिकित्सक नहीं होने के कारण धात्रेयी महिला को प्रसव के बाद 9 माह तक आयुर्वेदिक चिकित्सा लाभ, पौष्टिक आहार, दवा व प्रसव के बाद लाभ नहीं मिल पाता है. जिससे शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र की सैकड़ों धात्रेयी महिलाएं इस सुविधा से वंचित हो रही हैं। ऐसे में मरीजों के साथ-साथ ऐसी महिलाएं भी इलाज के साथ-साथ अन्य आयुर्वेदिक दवाओं से भी वंचित हो रही हैं। सरकार व आयुष विभाग द्वारा लोगों की नाराजगी को देखते हुए सप्ताह में एक दिन कार्य वाहक चिकित्सक के रूप में सेवाएं देने के लिए सरदारगढ़ से 2 माह पूर्व एक आयुष चिकित्सक डॉ. अभिषेक कुमार को प्रतिनियुक्ति पर नियुक्त किया गया है। ऐसे में आने वाले सैकड़ों मरीजों व धात्रेयी महिलाओं का इलाज भगवान भरोसे है।
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