राजस्थान

स्वास्थ्य का अधिकार विधेयक वापस नहीं लिया तो जारी रहेगा आंदोलन

Teja
28 March 2023 7:48 AM GMT
स्वास्थ्य का अधिकार विधेयक वापस नहीं लिया तो जारी रहेगा आंदोलन
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जयपुर : राजस्थान के निजी अस्पताल मालिकों और चिकित्सकों ने सोमवार को साफ कहा कि स्वास्थ्य का अधिकार विधेयक वापस नहीं होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। वहीं सरकार विधेयक वापस लेने को तैयार नहीं है। चिकित्सकों का आंदोलन सोमवार को भी जारी रहा। चिकित्सकों ने जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन कर विधेयक वापस लेने की मांग की। राजधानी जयपुर में निजी अस्पताल मालिकों, चिकित्सकों और उनके स्वजनों ने शहर के मुख्य मार्गों पर विधेयक के विरोध में मार्च निकाला। इस दौरान कुछ चिकित्सकों ने विधेयक के पुतले की अंतिम यात्रा निकाली।

प्रदेश में ढ़ाई हजार से ज्यादा निजी अस्पताल पूरी तरह से बंद है। वहीं सरकारी अस्पतालों में चिकित्सक पिछले तीन दिन से सुबह नौ से ग्यारह बजे तक दो घंटे काम का बहिष्कार कर रहे हैं। सरकारी अस्पतालों के चिकित्सकों ने 29 मार्च को पूरे दिन काम का बहिष्कार करने की घोषणा की है। रजिडेंट चिकित्सकों ने भी काम का बहिष्कार किया है। रेजिडेंट चिकित्सकों के अस्पतालों में नहीं पहुंचने पर आपरेशन टाले जा रहे हैं। प्रदेश में इलाज नहीं मिलने के कारण मरीजों को दिल्ली, उत्तरप्रदेश, हरियाणा और गुजरात जैसे पड़ोसी राज्यों में जाना पड़ रहा है। सरकारी अस्पतालों में मरीजों की लंबी कतारें लगी है। पिछले दो दिन से जयपुर, जोधपुर और कोटा में मेडिकल कालेज से जुड़े अस्पतालों में वरिष्ठ चिकित्सक आउटडोर में बैठकर मरीजों को देख रहे हैं।

जयपुर में विरोध मार्च के दौरान चिकित्सकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। दो चिकित्सक संत की वेषभूषा में मार्च में शामिल हुए। इन चिकित्सकों ने कहा कि यदि सरकार विधेयक वापस नहीं लेगी तो उन्हे भविष्य में संत बनना पड़ेगा। कोटा में चिकित्सकों का अनशन लगातार चौथे दिन जारी रहा। सीकर में चिकित्सकों ने सड़क पर टेबल लगाकर मरीजों का उपचार किया। राजसमंद, भीलवाड़ा और झुंझुनूं में चिकित्सकों ने सुंदरकांड के पाठ किए।

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