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शाहाबाद। जहां सरकार गौ संवर्धन एवं पशुधन को बढ़ावा देने के लिए तरह-तरह की योजनाएं चलाती है एवं लोन आदि भी पशुधन को बढ़ावा देने के लिए दिए जाते हैं परंतु जो भूमि पशुओं के लिए सरकार द्वारा आरक्षित की जाती है। उस भूमि पर पशुओं के लिए चारण करने के लिए जगह होती है। जिसमें पशुधन गाय, भैंस, बकरी सभी अपने भोजन की पूर्ति कर सकें और पशुधन को बढ़ावा मिल सके और गाय को चारा पानी की व्यवस्था हो सके, परंतु भूमाफिया प्रभावशाली लोगों से सांठगांठ करके उक्त चरागाह भूमि को अतिक्रमण करके खेती योग्य बनाने में लगे हुए हैं तथा क्षेत्र में कई जगह चारे का भूमियों पर फसल लहराती हुई नजर आती है। साथ ही भूमाफिया जिस भूमि पर पशुओं का अधिकार है। उस पर भी अतिक्रमण की नजर गड़ाए हुए बैठे रहते हैं।
हरी-भरी चरागाह भूमि पर अंधेरे में हकाई
जिस जमीन पर पशुओं के लिए भोजन मिलता था। हरी हरी घास खड़ी नजर आती थी उसको रात के अंधेरे में भू-माफियाओं द्वारा भूमि की जुताई कर दी गई और चरागाह भूमि को खेती योग्य बनाने के लिए रात्रि अंधेरे का सहारा लिया। खेती योग्य बनाने का प्रयास किया जा रहा है जबकि चरागाह भूमि पर पशुओं के लिए सुरक्षित रखी जाती है।
चरागाह भूमि पर लगे बोर्डों को उखाड़ फैंका
शाहाबाद पंचायत समिति क्षेत्र में लाखों रुपए का बजट धनराशि खर्च करके चरागाह भूमि को सुरक्षित रखने के लिए बोर्ड लगाए गए थे। जिन पर लाखों रुपए खर्च हुए। उन चरागाह भूमि होने के लगे बोर्ड को उखाड़ के फैंक दिया। इनमें चरागाह भूमि पर अवैध अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होने के निर्देश लिखे हुए थे। बोर्डो को काटकर फैंके जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई।
पशुओं के आने-जाने के रास्ते हुए बंद
वहीं जहां से परंपरागत रास्ते बने हुए थे। जिनके सहारे पशु जंगल आदि में पहुंचा करते थे। उन रास्तों को बंद कर दिया गया। जिससे पशुओं को मजबूरी में बस हाईवे किनारे इधर उधर भटकना पड़ता है और दुर्घटनाएं भी ऐसे में हो जाती हैं।
चरागाह भूमि पर पशुओं का अधिकार है, जो लोग चारागाह भूमि पर अतिक्रमण हैं या अतिक्रमण करते हैं उनके खिलाफ ग्राम पंचायत को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए यदि अतिक्रमण के खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं की जाती तो ऐसे अतिक्रमण लगातार बढ़ता है और लोग बेझिझक अतिक्रमण की होड़ में लग जाते हैं। अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए जिससे कि चरागाह भूमि सुरक्षित रह सके।
- कुबेर सिंह यादव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, भाजपा युवा मोर्चा।
चरागाह भूमि पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ ग्राम पंचायत द्वारा कड़ी कार्रवाई की जाएगी तथा ऐसे लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। पंचायत में जो भी चरागाह भूमि है उस पर पौधारोपण करने के लिए अभी जिला प्रमुख से इस बात को रखा गया था। जिससे कि चरागाह भूमि सुरक्षित रह सके और पशुओं को चारा मिल सके।
- कलाबाई सहरिया, सरपंच, ग्राम पंचायत शुभघरआ।
चरागाह भूमि ग्राम पंचायत के अधीन हो चुकी है। हम तो सिर्फ ग्राम पंचायत को चरागाह भूमि की पैमाइश आदि करा कर दे सकते हैं। ग्राम पंचायत तार फेंसिंग कराना या अन्य और कोई योजना के द्वारा पौधारोपण कराना यह सब ग्राम पंचायत की जिम्मेदारी है। हम तो महज एक कार्यकारी संस्था की तरह काम कर सकते हैं।
- शिवनारायण रावत, तहसीलदार, शाहाबाद।
Shantanu Roy
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