जोधपुर: जोधपुर ग्रामीण जिले के ओसियां थाना क्षेत्र में सामराऊ गांव में राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल में पदस्थापित एक व्याख्याता के खिलाफ थाने में मामला दर्ज हुआ है। व्याख्याता ने दो साल पहले आरपीएससी की ओर से आयोजित स्कूल व्याख्याता एग्जाम में फर्जी अभ्यर्थी से परीक्षा दिलाई थी और 262वीं रैंक आने पर नौकरी जॉइन कर ली थी। शिक्षा विभाग की ओर से जांच में जब आवेदन पत्र और परीक्षा केंद्र की फोटो मिलान के समय अलग-अलग होने पर गड़बड़ी का पता चला। तब इस पर से ओसियां थाने में व्याख्याता के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।
2022 में हुई थी परीक्षा: एफआइआर में आरोप है कि आरपीएससी की ओर से साल 2022 में स्कूल व्याख्याता (इतिहास) भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा के सेंटर जोधपुर शहर में थे। जाम्बनगर निवासी महिपाल ने ऑनलाइन आवेदन-पत्र भरा था। उसने परीक्षा खुद न देकर फर्जी अभ्यर्थी से परीक्षा दिलवाई थी। जिसके फलस्वरूप उसका चयन हो गया। उसने 262वीं मैरिट हासिल की थी। चयन के बाद शैक्षणिक और आवेदन-पत्र के साथ परीक्षा केंद्र से कागजों की जांच की गई। तब सामने आया कि जो ऑनलाइन आवेदन किया है, वह फोटो एग्जाम सेंटर की फोटो से मेल नहीं खा रही थी। महिपाल की एग्जाम सेंटर पर फोटो अलग होने पर शिक्षा विभाग ने इसकी जांच करवाई जिससे गड़बड़ी सामने आई। शिक्षा विभाग जब तक जांच करवा रहा था। इस बीच महिपाल ने सामराऊ में राजकिय उच्च माध्यमिक विद्यालय में नियुक्ति हो गई और उसने जॉइन भी किर लिया।