राजस्थान

बांसवाड़ा में डेढ़ साल में 52 पिलर का सबसे बड़ा रेलवे ओवरब्रिज बनकर तैयार होगा

Bhumika Sahu
19 Nov 2022 11:40 AM GMT
बांसवाड़ा में डेढ़ साल में 52 पिलर का सबसे बड़ा रेलवे ओवरब्रिज बनकर तैयार होगा
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रेलवे क्रासिंग पर ट्रेनों की आवाजाही के दौरान क्रासिंग बंद
बांसवाड़ा, बांसवाड़ा जालौर-जोधपुर-पाली रूट पर स्थित रेलवे क्रासिंग पर ट्रेनों की आवाजाही के दौरान क्रासिंग बंद होने की स्थिति में वाहनों की लंबी कतार की समस्या का स्थायी समाधान यहां रेलवे ब्रिज के निर्माण से हो जाएगा. इसके लिए काम तेजी से चल रहा है और करीब डेढ़ साल में यह पूरा हो जाएगा। जालोर में निर्माणाधीन यह जिले का सबसे बड़ा रेलवे पुल होगा। भविष्य को देखते हुए यहां चार लेन का पुल बनाया जा रहा है। अभी काम चल रहा है और काम में तेजी लाने के लिए जल्द ही इस रेलवे क्रॉसिंग के ट्रैफिक को डायवर्ट किया जाएगा। जिसके बाद इस मार्ग को वाहनों की आवाजाही के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा. संभावित परेशानी को देखते हुए वैकल्पिक मार्ग का निर्माण एजेंसी द्वारा पहले ही कर लिया गया है। अभी तक परेशानी का सबब बनी यह स्थिति जालौर को जोधपुर, जयपुर, पाली, दिल्ली से जोड़ने का मुख्य मार्ग है। वर्तमान में इस रेल मार्ग से 24 घंटे में 40 से 45 मालगाड़ियां गुजरती हैं और प्रत्येक 20 से 30 मिनट में एक बार क्रासिंग बंद हो जाती है। जिससे काफी दिक्कत हो रही है। क्रासिंग के दूसरी ओर एक सर्किट हाउस भी है। ऐसे में कई बार वीआईपी मूवमेंट के दौरान भी क्रासिंग बंद रहने से काफी परेशानी होती है।
बजट मिलने से एक साल पहले 2015 में इसकी घोषणा की गई थी, किसी भी रेलवे पुल निर्माण के लिए 1 लाख से अधिक TVU की आवश्यकता होती है। जालोर के इस रेलवे क्रासिंग पर करीब एक दशक पूर्व इन मानकों को पूरा किया गया था, लेकिन उसके बाद मामला अटक गया। रेल बजट 2015 में इसकी घोषणा के बाद से ही यह परियोजना रेंगती रही। लेकिन करीब एक साल पहले केंद्र सरकार द्वारा बजट आवंटन के बाद पुल निर्माण का रास्ता साफ हो गया। पुल के निचले क्षेत्र से स्थानीय लोगों व वाहन चालकों को राहत देने के लिए इस रेलवे क्रासिंग पर अंडरपास बनाया जाएगा। विभाग ने यहां डबल अंडरपास का प्रस्ताव दिया था, लेकिन रेलवे नीति के तहत फिलहाल एक ही अंडरपास की अनुमति दी गई है. जालोर-लेथा सी-48 पर पुल निर्माण के लिए नींव का काम चल रहा है, निर्माण के दौरान परेशानी न हो, 7 किमी वैकल्पिक मार्ग तैयार यह काम दोनों हिस्सों में किया जाएगा। जिससे आने वाले दिनों में यह मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए बंद रहेगा। ऐसे में जोधपुर, पाली की ओर से जालौर शहर में प्रवेश करने वाले भारी वाहनों के आवागमन के लिए लेटा जीएसएस से गोल निंबड़ी तक 7 किमी नई सड़क का निर्माण किया गया है. इस मार्ग को अभी यातायात के लिए खोल दिया गया है। इस सड़क का जुड़ाव तीसरे चरण के औद्योगिक क्षेत्र से भी है। ऐसे में पत्थरों से लदे ट्रेलर व बागरा, भीनमाल, रानीवाड़ा की ओर जाने वाले वाहन चालक इसी मार्ग का उपयोग कर सकेंगे।
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