राजस्थान

न्यायाधीश ने सखी सेंटर की व्यवस्थाओं का लिया जायजा सुधार के दिए निर्देश

Shantanu Roy
29 April 2023 11:46 AM GMT
न्यायाधीश ने सखी सेंटर की व्यवस्थाओं का लिया जायजा सुधार के दिए निर्देश
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राजसमंद। गुरुवार को राजसमंद के आरके अस्पताल में संचालित वन स्टॉप सखी सेंटर का औचक निरीक्षण अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनीष कुमार वैष्णव, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, राजसमंद ने किया. निरीक्षण के दौरान केन्द्र पर सफाई व्यवस्था असंतोषजनक पायी गयी, जिस पर न्यायाधीश ने सुधार के निर्देश दिये. न्यायमूर्ति मनीष कुमार वैष्णव द्वारा वन स्टॉप सखी केंद्र के निरीक्षण के दौरान। वन स्टॉप सेंटर पर कुल 15 कर्मियों की नियुक्ति की गई थी, जिनकी शिफ्ट वाइज ड्यूटी लगाई गई है। केंद्र में कौशल्या वैष्णव और रेखा साल्वी मौजूद रहीं। केंद्र पर सफाई व्यवस्था असंतोषजनक पाई गई। साथ ही शौचालयों की टाइलें भी क्षतिग्रस्त पाई गईं। केंद्र की ओर जाने वाली सीढ़ियों में गंदगी और कचरा बिखरा पड़ा था। न्यायाधीश द्वारा कार्मिक उपस्थिति पंजिका का अवलोकन करने पर पंजिका में पूर्व दिवस कार्मिकों की उपस्थिति/अनुपस्थिति का कोई अंकन नहीं था। केंद्र के पास आपात स्थिति में संपर्क करने के लिए टेलीफोन नंबरों की सूची भी नहीं थी। जिस पर वैष्णव ने व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए। केंद्र पर निरीक्षण के दौरान 2 बालिका व 1 महिला आश्रयस्थ पायी गयी. जिसमें से 1 नाबालिग लड़की का बाल विवाह होना बताया गया है। वैष्णव ने उपस्थित बालिकाओं एवं महिलाओं को महिलाओं एवं बालिकाओं के अधिकारों की जानकारी दी। निरीक्षण के दिन तक कुल 231 महिलाओं ने केंद्र में रैन बसेरा लिया और 12 मामलों में केंद्र पर पीड़ितों के बयान लिए गए। इस मौके पर वैष्णव ने बाल विवाह प्रतिषेध अभियान की जानकारी देते हुए बताया कि बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के प्रावधानों के तहत बाल विवाह करवाना व इसमें किसी भी प्रकार का सहयोग करना दंडनीय अपराध है. उन्होंने बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराई से दूर रहने की प्रेरणा दी।
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