राजस्थान
हंगामेदार रही चित्तौड़गढ़ में जिला परिषद की साधारण सभा, बिजली और शिक्षा को लेकर लगी सवालों की झड़ी
Gulabi Jagat
15 July 2022 2:17 PM GMT
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चित्तौड़गढ़. जिला परिषद की शुक्रवार को हुई साधारण सभा की बैठक हंगामेदार (Ruckus in Zilla Parishad meeting in Chittorgarh) रही. बैठक में बिजली और शिक्षा पर विधायकों ने अधिकारियों को जमकर घेरा. अधिकारी जवाब तक नहीं दे पाए. बैठक में विजिलेंस राशि में भेदभाव का आरोप लगा विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने इस्तीफा देने की बात कह दी.
कपासन विधायक अर्जुनलाल जीनगर, पूर्व विधायक बद्रीलाल सिंहपुर आदि ने भी विधायक चंद्रभान के आरोपों का समर्थन करते हुए जिला कलेक्टर से मामले को दिखाने का आग्रह किया. वर्तमान स्कूलों में इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलने पर भी खूब तीर चले. प्रारंभ में जिला प्रमुख धाकड़ ने विभागीय अधिकारियों की एक-एक कर हाजिरी ली और कई अधिकारियों की गैरमौजूदगी पर नाराजगी जताते हुए अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी राकेश राजपुरोहित को संबंधित अधिकारियों को तत्काल बैठक में बुलाने के निर्देश दिए. विभागीय प्रतिनिधि भेजे जाने पर तत्काल ही कई अधिकारी भागते-दौड़ते बैठक में पहुंचे.
जिला परिषद की बैठक में हंगामा.
विधायक चंद्रभान और जीनगर ने विभागीय अधिकारियों के समक्ष क्षेत्रीय समस्याएं उठाने के साथ बिजली कनेक्शन के मामले उठाए. चंद्रभान सिंह ने आरोप (Chandrabhan Singh allegations in Zilla Parishad) लगाया कि पार्टी कार्यकर्ताओं को निशाना बनाकर विजिलेंस की कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने बैठक में मौजूद विद्युत निगम के अधिशासी अभियंता से पूछा कि विजिलेंस कार्रवाई के बाद सेटलमेंट की राशि के संबंध में पूछा तो उन्होंने 50 प्रतिशत राशि बताई. यह सुनकर चंद्रभान भड़क गए और कहा कि मुंह देखकर विजिलेंस राशि जमा की जा रही है.
उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति से 50 प्रतिशत राशि तो किसी पर 25 और 10 प्रतिशत तक में समझौते किए जा रहे हैं. खासकर पार्टी के कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा है. कपासन विधायक के साथ जिला प्रमुख ने भी उनका सपोर्ट किया. अधिशासी अभियंता ने जब ऐसी किसी बात से इनकार किया, तो विधायक चंद्रभान उखड़ गए और जिला कलेक्टर की ओर मुखातिब होते हुए चुनौती दी कि उनके क्षेत्र में भेदभावपूर्ण कार्रवाई की जा रही है और यहां तक इस मसले पर इस्तीफा तक दे सकते हैं. वह विजिलेंस कार्रवाई के कागज उनके सामने पेश कर देंगे.
जिला कलेक्टर ने मामले को दिखाने का आश्वासन देते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए. जिला प्रमुख डॉक्टर सुरेश धाकड़ ने बस्सी के एक गांव में 20 जून से लगातार बिजली गुल रहने का मसला उठाते हुए अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करने के निर्देश दिए. बैठक के दौरान अंग्रेजी मीडियम स्कूलों के मसले पर भाजपा के जनप्रतिनिधियों ने इसे सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का हथकंडा बताया और कहा कि स्कूलों में स्टाफ नहीं है और ना ही कोई अलग से भवन है. करीब 3 घंटे तक चली बैठक में मनरेगा, चिकित्सा, कृषि, शिक्षा, सड़क तथा सिंचाई सहित विभिन्न विषयों पर चर्चा के बाद प्रस्ताव पारित किए (Issues raised in Zilla Parishad meeting) गए. बैठक में बड़ीसादड़ी विधायक ललित ओसवाल, उप जिला प्रमुख सहित जिला परिषद और प्रधान सहित कई जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे.
Source: etvbharat.com
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