राजस्थान

8 करोड़ से अधिक है भूखंडों की कीमत, भूमाफियाओं ने बरसों से कर रखा था कब्जा

Admin Delhi 1
22 March 2023 3:30 PM GMT
8 करोड़ से अधिक है भूखंडों की कीमत, भूमाफियाओं ने बरसों से कर रखा था कब्जा
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कोटा: नगर निगम कोटा दक्षिण ने निगम के योजनाकार क्षेत्र स्थित अपने भूखण्डों से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई मंगलवार को शुरू कर दी है। निगम ने पहले ही दिन उपायुक्त राजेश डागा के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए करीब 8 करोड़ रुपए कीमत के 9 भूखंडों को न केवल भूमाफियाओं के कब्जे से अतिक्रमण मुक्त कराया वरन् उन पर निगम की सम्पत्ति के बोर्ड भी लगाए। उपायुक्त राजेश डागा ने बताया कि तलवण्डी स्थित भूखण्ड सी-364-ए पर माफिया द्वारा बिजली कनेक्शन करवाकर कब्जा किया जा रहा था। वर्ष 2018 में यह भूखण्ड निगम की नीलामी सूची में सम्मिलित था । जिसकी नीलामी भी करवाई गई लेकिन उस समय हरीश गुप्ता द्वारा न्यायालय में स्थायी निषेधाज्ञा व दावा प्रस्तुत कर स्टे प्राप्त कर लिया था। वर्तमान में भूखण्डों के सर्वे में पता चला कि इस भूखण्ड पर लम्बित वाद पर सम्बन्धित न्यायालय द्वारा भूखण्ड को नगर निगम स्वामित्व का मानते हुए वादी हरीश गुप्ता का वाद व निषेधाज्ञा 17 नवम्बर 2022 के निर्णय के माध्यम से खारिज कर दिया गया हैं। मंगलवार को निगम टीम ने तलवण्डी स्थित इस भूखंड के बिजली कनेक्शन को कटवाते हुए मौके पर भूखण्ड पर नगर निगम कोटा दक्षिण की सम्पत्ति का बोर्ड लगाया गया।

इसके बाद तलवण्डी स्थित भूखण्ड 299 पर जब निगम की टीम पहंची तो वहां भूमाफिया हरीश गुप्ता व मुकेश गुप्ता द्वारा निगम के योजनाकार भूखण्ड पर मैस का संचालन किया जा रहा था। जो कि निगम की नीलामी सूची में अंकित है। 3200 वर्ग फुट क्षेत्रफल पर दुकान के अन्दर मैस का संचालन किया जा रहा था। इसी भूखण्ड को तलवण्डी निवासी राहुल कबाडी को स्क्रेप के लिए गोदाम किराए पर दे रखा है। एक ही भूखण्ड पर 2 अवैध विद्युत कनेक्शन पाए गए। जिस पर महिला मैस संचालक द्वारा उपायुक्त से मकान मालिक की बात करवाई गई। इस पर उपायुक्त द्वारा भूमाफिया को तीन दिन में इस स्थान को खाली करने को कहा गया। जिस पर भूमाफिया हरीश गुप्ता व मुकेश गुप्ता ने शीघ्र खाली करने का आश्वासन दिया। इसके बाद निगम की टीम भूखण्ड संख्या 516 व 517-ए पर पहुंची। जहां पाया कि पडौसी द्वारा निगम के भूखण्ड पर लोहे की जालियां लगाकर कब्जा किया हुआ है। जिस पर पड़ौसी को शीघ्र ही जाली हटाने के लिए कहा गया। इस पर अतिक्रमी द्वारा स्वयं ही हटाने की कार्यवाही करने को कहा गया। इन दोनों भूखण्डों पर नगर निगम कोटा दक्षिण की सम्पत्ति का बोर्ड मौके पर ही लगा दिया गया। इसके बाद महावीर नगर प्रथम में ही भूखण्ड संख्या 528 व 530 पर भूमाफियों द्वारा भूखण्डों पर चार दीवारी करवाकर दरवाजा लगा कर कब्जा किया हुआ था। जिस पर ताला लगा हुआ था। मौके पर ही निगम दस्ते द्वारा उपायुक्त के आदेश पर ताला तोडते हुए निगम का ताला लगाया गया। दोनों भूखण्डों पर निगम सम्पत्ति के बोर्ड लगाए गए। इसके बाद महावीर नगर प्रथम में टीम द्वारा भूखण्ड संख्या 333 का मौका देखा गया। जिस पर पाया कि अतिक्रमी रामलाल गुर्जर द्वारा गाय भैसों का बाडा व टापरी का निर्माण कर कब्जा किया हुआ है। जिस पर दस्ते द्वारा चेतावनी देते हुए खाली करने को कहा गया। जिस पर अतिक्रमी द्वारा बताया गया कि इस पर कोर्ट का स्टे है। जिस पर उपायुक्त ने बताया कि स्टे कोर्ट द्वारा खारिज किया जा चुका है। ऐसे में भूखंड को तुरन्त ही खाली करने को कहा गया अन्यथा निगम द्वारा हटाने की कार्यवाही की जाएगी। हालांकि इस भूखंड पर नगर निगम कोटा दक्षिण की सम्पत्ति का बोर्ड लगा दिया गया। महावीर नगर प्रथम के बाद टीम इन्द्र विहार स्थित भूखण्ड संख्या एस-53-ए और एस-63-ए पर पहुंची। जहां पर एक भूखण्ड एस-53-ए पर कब्जा कर कैफे का संचालन किया जा रहा है। जिस पर पडौसी द्वारा बंद कैफे के मालिक व अवैध कब्जा करने वाले से बात करवाई गई। अतिक्रमी द्वारा कहा गया कि पांच दिन में स्वयं ही अतिक्रमण हटा लेगा। जिस पर उपायुक्त के निर्देश पर कैफे पर नगर निगम कोटा दक्षिण की सम्पत्ति का बोर्ड लगाया गया। उपायुक्त ने बताया कि निगम के भूखण्डों पर भूमाफियों द्वारा किए गए कब्जों की निगम द्वारा सम्बन्धित थानों में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करवाई जाएगी। साथ ही भूमाफियों के खिलाफ अभियान निगम द्वारा निरन्तर जारी रहेगा। कार्रवाई के दौरान उपायुक्त राजस्व दिनेश शर्मा, राजस्व अधिकारी विजय अग्निहोत्री, सहायक अभियन्ता तौसिफ खान, अतिक्रमण प्रभारी मुकेश तंवर, मुकेश शर्मा, ललित सिंह, रियाजुद्दीन, जलील अहमद व होमगार्ड दस्ता मौके पर मौजूद रहे।

नवज्योति ने उठाया था मुद्दा: गौरतलब है कि यह मुद्दा दैनिक नवज्योति ने उठाया था। समाचार पत्र में 20 मार्च के अंक में पेज तीन पर अपने ही खाली भूखंडों की पहचान में निगम को हो रही मुश्किल शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। जिसमें लिखा था कि निगम ने अपने भूखंडों पर न तो चारदीवारी करवा रखी है और न ही निगम की सम्पत्ति के बोर्ड लगाए हुए हैं। इसे गम्भीता से लेते हुए निगम उपाुक्त राजेश डागा ने कार्रवाई की। जिसके तहत निगम भूखंडों को अतिक्रमण से मुक्त करवाने के साथ ही उन पर निगम सम्पत्ति के बोर्ड भी लगाए हैं। उपायुक्त डागा ने बताया कि इन भूखंडों पर शीघ्र ही चार दीवारी भी करवाई जाएगी। जिससे दोबारा उन पर अतिक्रमण नहीं हो सके।

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