राजस्थान
स्वायत शासन विभाग ने शील धाभाई को एक बार फिर ग्रेटर निगम कार्यवाहक महापौर नियुक्त किया
Renuka Sahu
28 Sep 2022 1:54 AM GMT
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न्यूज़ क्रेडिट : aapkarajasthan.com
राजस्थान की बड़ी खबर में आपको बता दें कि राज्य सरकार ने बीजेपी पार्षद शील धाभाई को ही एक बार फिर ग्रेटर नगर निगम की कार्यवाहक महापौर नियुक्त किया है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राजस्थान की बड़ी खबर में आपको बता दें कि राज्य सरकार ने बीजेपी पार्षद शील धाभाई को ही एक बार फिर ग्रेटर नगर निगम की कार्यवाहक महापौर नियुक्त किया है। स्वायत्त शासन विभाग ने आदेश जारी करते हुए वार्ड संख्या 60 की पार्षद को जिम्मेदारी सौंपी है। शील धाभाई ओबीसी वर्ग से आती हैं और पहले भी नगर निगम में कार्यवाहक महापौर रह चुकी हैं। उन्हें जिम्मेदारी फिलहाल 60 दिन के लिए दी गई है। हालांकि इससे पहले यदि राज्य सरकार कोई अन्य आदेश जारी करती है तो कार्यवाहक पद की जिम्मेदारी उस समय तक के लिए ही मान्य होगी।
बता दे कि डॉ सौम्या गुर्जर को ग्रेटर नगर निगम के महापौर और सदस्य पद से बर्खास्त करने के बाद कार्यवाहक महापौर पद पर कई नामों पर चर्चा चल रही थी। लेकिन इस चर्चा पर विराम लगाते हुए राज्य सरकार ने बीजेपी की ही वरिष्ठ पार्षद और वित्त समिति की चेयरमैन शील धाभाई को फिर से कार्यवाहक महापौर नियुक्त किया है। नगर निगम ग्रेटर जयपुर में महापौर का पद अन्य पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्षित है और शील धाभाई ऐसी वर्ग से आती है। राजस्थान नगरपालिका अधिनियम 2009 की धारा 50(1) के प्रावधानों के दृष्टिगत अन्य पिछड़ा वर्ग की महिला को ही महापौर का कार्यभार दिया जाना विधि सम्मत है। चूंकि उप महापौर सामान्य श्रेणी से है, ऐसे में वरिष्ठता, अनुभव और निगम में राजनीतिक दल के बहुमत को मद्देनजर अन्य पिछड़ा वर्ग से आने वाली वार्ड 60 की पार्षद शील धाभाई को महापौर के पद का कार्यभार सौंपा गया है।
स्वायत्त शासन विभाग ने आदेश में ये भी स्पष्ट किया है कि राजस्थान नगरपालिका अधिनियम 2009 की धारा 50 के प्रावधानों के अध्यधीन ये कार्यभार रहेगा। बता दें कि कमिश्नर के साथ कथित हाथापाई के मामले में दोषी मानते हुए महापौर डॉ सौम्या गुर्जर को पदों से बर्खास्त किया गया किया गया है। साथ ही आगामी 6 साल तक के लिए चुनाव लड़ने के लिए भी अयोग्य घोषित किया गया है।
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