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कोटा। कोटा उत्तर कुम्हार मौहल्ला व माताजी मन्दिर क्षैत्र के बाशिंदों ने वार्ड में कई समस्याओं को लेकर अपनी व्यथा बताई। जानकारी के अनुसार वार्ड नम्बर 29 के बाशिंदों ने बताया कि मोहल्लें की सीसी सङकें तो बना दी हैं पर वो बिना माप के उबङ-खाबड़ व कहीं जगह गड्डे व जर्जर होने के चलते वाहन चालकों को यहां से आवा-जाही करने में दिक्कतों का सामना करना पङता हैं। मोहल्लेवासी सफाई कर्मियों के न आने को लेकर भी परेशान हैं ,उनका कहना है कि कचरा गाड़ी तो नियमित मौहल्ले में आती है। पर सफाई कर्मियों की झलक मोहल्लें में कभी कभार ही देखने को मिलती है। इससे मोहल्लों सफाई को लेकर हालात ठीक नही हैं। वहीं नालियों को लेकल भी स्थिति बदतर बनी है। मोहल्लें में करीब दो सौ के आस-पास घर पर नालियों की नियमित सफाई न होने से नालियों में मलबा अटा पङा हैं। वहीं पेयजल को लेकर मोहल्लें में नलों में पानी को लेकर स्थिति ठीक नहीं । एक-आध घंटे नल आते हैं वो भी कभी-कभार,इसलिए लगभग हर मोहल्लें वासी ने अपने-अपने घरों में बोरवेल खुदा रखे हैं, क्योंकि यहां लगभग 5_6 फीट गहराई पर पानी आता है। मोहल्लें में आवारा सुअरों का विचरण भी आम -जन की परेशानियों के कारण बना हैं। इसकों लेकर मौहल्लें के लोगों ने सुअरों के मालिकों को कई दफा इन्हे अपने बाड़ों में रखने को लेकर बोला पर यह इस सुनते नहीं हैं। इन सुअरों के झुण्डों के गली मौहल्लों में विचरण चलते कई बार छोटे बच्चे इनकी चपेट का शिकार हो जाते हैं। वार्ड में पब्लिक पार्क है। वार्डवासियों के लिए यह एक बढिया काम हुआ है। इससे मोहल्ले के युवा,युवतियां व महिला-पुरूषों को पार्क में नियमित टहलना मिल जाता है। रोड़ लाइटों को लेकर मोहल्ले के लोगों की शिकायत नहीं हैं। लाइटें नियमित जलती आ रही हैं। रोड़ लाइटों को लेकर कभी अन्धेरे का आलम नहीं बना है।
मोहल्लें में नालियों में जमें मलबे को लेकर बड़ी परेशानी है। बदबू के साथ मच्छरों का लार्वा पनप रहा है। इससे बीमारियों को बढावा मिलता है। नालियों की सफाई नियमित होनी चाहिए।सफाई को लेकर बड़ी दिक्कत है। सफाई कर्मी आते ही नहीं । हमें स्वयं घर के बाहर गलियों में झाड़ू लगाकर कचरा एकत्र करना पड़ता हैं ,इसलिए यहां सफाईकर्मियों का नियमतीकरण होना जरूरी हैं।
कई जगह सङके टूटी पड़ी हैं ,इन्हें दुरूस्त कराया जाना जरूरी है ताकि दुपहिया वाहनों के साथ हादसे न हों। ऐसा भी नहीं कि पूरे मोहल्ले की सड़कें खराब हों । कहीं-कहीं गड्ढे व दरारें हैं। बस थोड़ा उन्हें पाटने की आवश्यकता है।
मेरे वार्ड़ 29 के हर मोहल्लें में सफाई कर्मी नियमित आ रहे हैं,। यहां पर क्षैत्र के लिए 16सफाई कर्मचारी नियुक्त हैं जो नियमित सफाई करने आते हैं। यदि मोहल्ले वासी कह रहें हैं तो मेरे हिसाब से गलत कह रहे हैं। मेरे पूर्व मोहल्ले की गलियों सड़कों की हालत जो थी सबको पता है। मेरेआने के बाद मोहल्ले की हर गली मोहल्लें की नाली सड़कों का नव-निर्माण करवाया है। हां कहीं अपवाद स्वरूप कोई नाली चोक है या कहीं सङक पर गड्ढा है तो मैं उसे शीध्र दुरूस्त करवाने का प्रयास करूंगा।
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