शिक्षक भर्ती का पेपर आरपीएससी से लीक हुआ, सीबीआई जांच हो: किरोड़ी
जयपुर न्यूज़: भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने मीडिया से मुखातिब होते हुए आरोप लगाया है, कि वरिष्ठ अध्यापक भर्ती के पेपर आरपीएससी से ही लीक हुए हैं। उन्होंने कहा कि पेपर सेटर पेपर बनाकर आरपीएससी के मॉडरेटर को देता है। यहीं से पेपर लीक हुए हैं। हालांकि उन्होंने आरपीएससी के चेयरमैन संजय श्रोत्र के पेपर लीक में शामिल होने से इनकार किया है। कहा कि संजय धोत्रे को आरपीएससी में परीक्षा कराने और पेपर की गोपनीयता बनाए रखने की जिम्मेदारी मिली हुई है, लेकिन वे इसे पूरा नहीं कर पा रहे हैं । इसलिए उन्हें आरपीएससी के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
उन्होंने आरोप लगाया कि वरिष्ठ अध्यापक भर्ती का केवल एक नहीं बल्कि तीनों दिन हिंदी, अंग्रेजी और जीके का पेपर आउट हुआ है। ढाका के पास परीक्षा के 15 दिन पहले ही सारे पेपर आ गए थे। पेपर केवल एक जिले में ही आउट नहीं हुआ। उन्होंने कई जिलों का नाम बताते हुए बताया कि वहां भी गाड़ियों में पेपर आउट किए गए। पेपर आउट करने वाला सुरेंद्र ढाका मुंबई से मनी लॉन्ड्रिंग करके राजस्थान आया और यहां पर उसने पेपर लीक करना शुरू कर दिया। ढाका के ऊंचे रसूखात हैं। जिसकी वजह से वह हर बार पेपर लीक के बावजूद बच जाता है। ढाका की एसओजी में रीट परीक्षा की जांच करने वाले मोहन तोसवाल और एक केंद्रीय एजेंसी के अधिकारी के साथ भी बिजनेस पार्टनरशिप है। रीट पेपर को आउट करने वाले सांगानेर इलाके के राम कृपाल मीणा का स्कूल ध्वस्त कर दिया गया। लेकिन ढाका और पहले झोटवाड़ा कि कांग्रेस नेता और विप्र बोर्ड की उपाध्यक्ष मंजू शर्मा के जागृति स्कूल को अभी तक दोस्त नहीं किया जा रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि पेपर लीक मामले में सरकार के 3 मंत्री और 5 विधायक भी लिप्त रहे हैं। जिसके कारण सरकार पूरे मामले की जांच ठीक से नहीं होने दे रही है। इसीलिए मेरी मांग है कि वरिष्ठ अध्यापक भर्ती पेपर लीक प्रकरण की पूरी जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि वह अपने पास मौजूद सबूतों को लेकर कोर्ट भी जाएंगे और वहां पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग करेंगे।