जयपुर: एक भतीजे ने अपनी ताई की सिर पर हथौड़ा मारकर हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए उसने चाकू से काटने की कोशिश की, लेकिन कामयाब नहीं हो सका। बाजार से मार्बल कटर लेकर आया और फिर शव के आठ टुकड़े किए। जिन्हें एक ट्रॉली बैग में भरकर दिल्ली-सीकर हाईवे पर तीन अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया। दिल्ली के दिल्ली श्रद्धा मर्डर केस जैसा ये मामला राजस्थान की राजधानी जयपुर में सामने आया है। 11 दिसंबर को हुई वारदात का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। आइए, अब इस हत्याकांड के बारे में विस्तार से जानते हैं।
जानकारी के अनुसार वारदात शहर के विद्याधर नगर के सेक्टर-2 की है। मृतका सरोजी देवी की बेटियों पूजा और मोनिका शर्मा ने अपनी मां के गुमशुदा होने का केस 16 दिसंबर को थाने में दर्ज कराया था। दोनों ने चाचा के लड़के अपने अनुज शर्मा पर मां की हत्या करने का भी शक जताया था। दोनों बहनों ने पुलिस को बताया कि उनके पिता की मौत 1995 में हो गई थी। इसके बाद से मां सरोज देवी विद्याधर नगर में चाचा बद्री प्रसाद शर्मा के यहां रहती थीं। वे पिछले 3-4 साल से कैंसर की बीमारी से जूझ रहीं थीं। उनकी कीमोथैरेपी भी चल रही थी।
सरोज देवी के दो बेटियां पूजा, मोनिका और एक बेटा अमित है। दोनों बेटियों की शादी हो चुकी है और उनका भाई विदेश में रहता है। पूजा अपने पति के साथ बीकानेर स्थित ससुराल में रहती है। पूजा ने पुलिस को बताया कि 12 दिसंबर को अनुज ने उसे कॉल कर कहा कि बड़ी मम्मी 11 दिसंबर की दोपहर से कहीं चली हैं।
विद्याधर नगर थाने में उनके लापता होने का केस दर्ज कराया दिया है। पूजा ने इसकी जानकारी अपने बड़ी बहन मोनिक को दी। मां के लापता होने की खबर लगते ही मोनिका चाचा के घर आ गई। 13 दिसंबर को मोनिका ने अनुज को दीवार पर लगे खून के धब्बे साफ करते देखा। इस बारे में उसने अनुज से पूंछा तो वह इधर-उधर के बहाने बनाने लगा। इससे मोनिका का शक उस पर गहरा गया। मोनिका ने इसकी जानकरी पूजा को दी तो वह भी 15 दिसंबर को अपने चाचा के घर आ गई।
घर पहुंची पूजा ने अपनी बहन मोनिका से अनुज के बार में पूछा तो उसने बताया कि वह हरिद्वार गया है। दोनों बहनों ने आपस में बात की तो उनका शक अनुज पर और गहरा गया। इसके बाद उन्होंने 16 दिसंबर को थाने में मां सरोद देवी के लापता होने का केस दर्ज कराया, साथ अनुज पर उनकी हत्या करने का शव भी जताया।
पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की और आरोपी अनुज शर्मा को हिरसात में ले लिया। सख्ती के पूछताछ के बाद आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपी अनुज 'हरे कृष्णा' मूवमेंट से जुड़ा हुआ है। 11 दिसंबर को वह भजन-कीर्तन के लिए दिल्ली जाने वाले था। उसने इस बारे में सरोज देवी को बताया तो उन्होंने उसे जाने से मना कर दिया।
इस बात पर अनुज को गुस्सा आ गया और उसने सिर पर हथौड़ा मारकर उनकी हत्या कर दी। हत्या के बाद उसने शव का चाकू से काटने का प्रयास किया, लेकिन वह ऐसा नहीं कर सका। बाजार से मार्बल कटर लेकर आया और इससे शव के आठ से ज्यादा टुकड़े किए। जिन्हें एक ट्रोली बैग में भरकर दिल्ली-सीकर हाईवे पर तीन अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया।
पुलिस ने बताया कि आरोपी की निशानदेही सीकर-दिल्ली हाईवे पर वन विभाग की चौकी के पीछे से मृतका सरोज देवी के शव टुकड़े वरामद किए गए हैं। आरोपी ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। उसके पिता पंजाब नेशनल बैंक में एजीएम के पद से रिटायर हुए हैं। 11 दिसंबर वारदात के दिन आरोपी अनुज के परिवार के लोग बेटी के लिए लड़का देखने दिल्ली गए थे। इसकी दौरान उसने वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।