गोवा की बहुरंगी संस्कृति विविधता में एकता का प्रतीक- राज्यपाल
जयपुर,। राज्यपाल कलराज मिश्र ने गोवा राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर मंगलवार को राजभवन में गोवा मूल के राजस्थान में निवासरत लोगों से संवाद किया।राज्यपाल मिश्र ने कहा कि गोवा से आए लोगों ने राजस्थान के खान-पान, भाषा- बोली में रच-बस कर भी अपनी विशिष्ट संस्कृति को सहेज कर रखा है जो सराहनीय है। उन्होंने कहा कि 1987 में आज ही के दिन गोवा को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया। उन्होंने गोवा मुक्ति संग्राम की चर्चा करते हुए कहा कि देश के स्वतंत्र होने के बाद भी गोवा 14 साल तक पुर्तगाल शासन के अधीन रहा। आंदोलन के बाद 19 दिसम्बर, 1961 को गोवा को पुर्तगाल से आजाद कराया गया।राज्यपाल ने कहा कि समुद्र तट पर बसा गोवा प्राकृतिक दृष्टि से अत्यंत समृद्ध राज्य है, जो पर्यटन के क्षेत्र में देश-विदेश में अपनी विशेष पहचान रखता है। उन्होंने कहा कि गोवा की बहुरंगी संस्कृति विविधता में एकता का प्रतीक है।
राज्यपाल मिश्र के समक्ष टोनी जोसेफ ने गिटार पर मनोहारी धुनें बजाई जिस पर कार्यक्रम में आए लोगों ने कोंकणी गीत गाकर स्थानीय संस्कृति को जीवंत किया । राज्यपाल ने उपस्थित लोगों से एक- एक कर परिचय प्राप्त किया तथा उनके कार्य, व्यवसाय एवं सामाजिक गतिविधियों के बारे में जानकारी ली। जयपुर स्थित गोवा समाज की अध्यक्ष डायना कौशिक ने कार्यक्रम समापन पर धन्यवाद ज्ञापित किया । इस अवसर पर राज्यपाल के प्रमुख सचिव सुबीर कुमार, प्रमुख विशेषाधिकारी गोविन्दराम जायसवाल सहित गोवा समाज से जुड़े प्रतिष्ठित जन उपस्थित रहे।
Ashwandewangan
प्रकाश सिंह पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, प्रकाश जनता से रिश्ता वेब साइट में बतौर content writer काम कर रहे हैं। उन्होंने श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी लखनऊ से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। प्रकाश खेल के अलावा राजनीति और मनोरंजन की खबर लिखते हैं।